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कोरोना संक्रमण : नियमों का पालन नहीं करनेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए : उपमुख्यमंत्री अजीत पवार

पुणे, मार्च (जिमाका)

पुणे जिले में ‘कोरोना’ पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए समय पर सावधानी बरतनी चाहिए, नागरिकों को इसके लिए प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। उपमुख्यमंत्री और जिला संरक्षक मंत्री अजीत पवार ने शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के खिलाफ एहतियाती नियमों का पालन नहीं करने वालों के  खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
विधानभवन के सभागृह में कोरोना स्थिति को लेकर जिले के जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई, तब वे बोल रहे थे। यहां सार्वजनिक बांधकाम राज्यमंत्री दत्तात्रय भरणे, सांसद गिरीश बापट, सांसद श्रीरंग बारणे, पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल, पिंपरी-चिंचवड की महापौर उषा उर्फ माई ढोरे, जिला परिषद की अध्यक्षा निर्मला   पानसरे, विधायक चंद्रकांत पाटिल, विधायक मुक्ता टिलक, विधायक माधुरी मिसाल, विधायक सुनील टिंगरे, विधायक सिद्धार्थ शिरोले सहित जिले के लोकप्रतिनिधि व विभागीय आयुक्त सौरभ राव, ‘यशदा’ के महासंचालक एस. चोकल्लिंगम, पुणे महापालिका आयुक्त विक्रमकुमार, पिंपरी-चिंचवड महापालिका आयुक्त राजेश पाटिल, जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख, पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता, पुलिस आयुक्त कृष्णप्रकाश, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिनव देशमुख,  जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुष प्रसाद, स्वास्थ्य विभाग के निवृत्त महासंचालक  डॉ. सुभाष सालुंके, डॉ. प्रदीप आवटे आदि सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कोरोना वायरस की वर्तमान स्थिति और प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों और साथ ही टीकाकरण के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक उपाय सुझाते हुए तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। कई जगहों पर नागरिक अभी भी शिकायत कर रहे हैं कि उनकी पर्याप्त देखभाल नहीं की जा रही है। संक्रमित मरीजों की श्रृंखला को तोड़ने के लिए सख्त पालन आवश्यक है। प्रयोगशालाओं में पूरी क्षमता का उपयोग करके परीक्षण बढ़ाएँ। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर सर्वेक्षण कराएं।
उन्होंने कहा कि घर में विलगीकरण में नागरिकों के साथ संपर्क और समन्वय बनाएं। घर में विलगीकरण में संक्रमितों द्वारा नियमों का पालन नहीं करने की शिकायतें मिल रही हैं, ऐसे समय में कठोर कार्रवाई की जाए। घर के विलगीकरण को मंजूरी देते समय सभी मानदंडों को पूरा करने पर ही अनुमति दी जानी चाहिए।  संस्थात्मक विलगीकरण पर जोर दिया जाना चाहिए, टीमों को भीड़ और सार्वजनिक स्थानों पर नियुक्त किया जाना चाहिए, कहीं भी भीड़ नहीं होनी चाहिए, जो लोग मास्क नहीं पहनते हैं, उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।

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