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आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, स्कैन और शेयर सेवा के माध्यम से 365 अस्पतालों में त्वरित ओपीडी पंजीकरण की सुविधा कर रहा है प्रदान

इस सर्विस का उपयोग करके 5 लाख से अधिक रोगियों ने बिना कतार के ओपीडी पंजीकरण की सुविधा का लाभ उठाया

    राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के अपनी प्रमुख योजना आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के तहत अक्टूबर 2022 में त्वरित ओपीडी पंजीकरण के लिए स्कैन और शेयर सेवा का शुभारंभ किया। इस सेवा के शुभारंभ के पांच महीनों में हीइस सेवा को 365 अस्पतालों द्वारा अपनाया गया। क्यूआर कोड आधारित तत्काल पंजीकरण सेवा ने इस सेवा में शामिल अस्पतालों के (बाह्य रोगी विभाग) ओपीडी पंजीकरण क्षेत्र में प्रतीक्षा समय को काफी कम करके 5 लाख से अधिक रोगियों को समय की बचत करने में मदद की है।
    इस सेवा को प्रदान करने वाले अस्पताल (सरकारी व निजी) रोगी पंजीकरण क्षेत्रों में अपने अनूठे क्यूआर कोड्स को प्रदर्शित करते हैं। रोगी अपनी पसंद के किसी भी हेल्थ एप्लिकेशन (जैसे आभा ऐपआरोग्य सेतु ऐपएकाकेयरड्रिफकेसबजाज हेल्थपेटीएम) का उपयोग करके क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं और अपनी आभा प्रोफाइल (जनसांख्यिकीय जानकारी जैसे नामआयुलिंग और आभा संख्या) को अस्पताल की स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के साथ साझा कर सकते हैं। यह पेपरलेस पंजीकरण को संभव बनाता है और इस तरह तत्काल टोकन उपलब्ध कराता है। रोगी के समय की बचत होती है और यह स्वास्थ्य सुविधा पंजीकरण के कार्य के लिए तैनात संसाधनों की आवश्यकता को अनुकूलित करने में सक्षम है। रोगी के स्वास्थ्य रिकॉर्ड भी उनके आभा (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते) से डिजिटल रूप से जुड़े होते हैंजिसे वे अपने फोन से कभी भी कहीं भी प्रबंधित कर सकते हैं और देख सकते हैं।
    इस सेवा के नवाचार के पीछे के दृष्टिकोण पर बात करते हुएएनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा- स्कैन और शेयर सेवा इस बात का एक अनूठा उदाहरण है कि कैसे रोगियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और प्रणाली की क्षमता को बेहतर करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया जा सकता है। इस सर्विस को अपनाने में हो रही वृद्धि के साथरोगी पंजीकरण सहजसुगम और सटीक बनाया जा सकता है। हमारा ध्यान एबीडीएम-समर्थ डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभाव को अधिकतम करने के लिए हितधारकों के साथ मिलकर काम करना है।
    स्कैन और शेयर सेवा का रीयल टाइम लाभ देश भर में रोगियों द्वारा उठाया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों के अलावाकई निजी अस्पताल भी अपने रोगियों के आभा आधारित पंजीकरण को संभव बना रहे हैं। यह सर्विस वर्तमान में देश के 25 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 125 जिलों में चल रही है। कर्नाटक (2.5 लाख टोकन)उत्तर प्रदेश (1.1 लाख उपयोगकर्ता) और दिल्ली (72 हजार उपयोगकर्ता) रोगियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने की दिशा में इस स्कैन और शेयर सेवा को अपनाने वाले अग्रणी राज्य हैं। इस सर्विस के बारे में अधिक जानकारी व आंकड़े यहां उपलब्ध हैं- https://abdm.gov.in/scan-share
    इस सप्ताह की शुरुआत में, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री (एचएफआर) में अस्पतालों, क्लीनिकों, नैदानिक प्रयोगशालाओं और इमेजिंग केंद्रों, फार्मेसियों आदि जैसी 2 लाख स्वास्थ्य सुविधाओं को पंजीकृत करने की उपलब्धि भी हासिल की है। एचएफआर एबीडीएम का मुख्य आधार है जिसका उद्देश्य देश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं पर सत्यापित जानकारी के लिए सत्य के एकल स्त्रोत के रूप में सेवा प्रदान करना है। मरीज सुविधाओं के बारे में विश्वसनीय जानकारी https://facility.abdm.gov.in/ से प्राप्त कर सकते हैं। सत्यापित सुविधाओं में, लगभग 75 प्रतिशत सरकारी क्षेत्र से संबंधित हैं। एचएफआर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की सूची में कर्नाटक (46,179), उत्तर प्रदेश (31,417), महाराष्ट्र (13,789) और आंध्र प्रदेश (13,345) शीर्ष पर हैं। इससे संबंधित अधिक आंकड़े यहां उपलब्ध हैं- https://dashboard.abdm.gov.in/abdm/.

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