पुणे, अप्रैल (जिमाका)
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (बार्टी), पुणे के माध्यम से अनुसूचित जाति के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 1 हजार 400 मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल डिग्री पाठ्यक्रमों के लिए 1 वर्ष के लिए जेईई और नीट के लिए पूर्व प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह प्रशिक्षण सुमंत भांगे, सचिव, सामाजिक न्याय एवं विशेष सहायता विभाग के निर्देशानुसार राज्य में अनुसूचित जाति के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रोफेशनल प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पूर्व प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण गतिविधियों के तहत सामाजिक न्याय विभाग के कुल 7 विभागीय स्थानों में प्रशिक्षण संस्थानों के चयन के लिए महाराष्ट्र सरकार की महाटेंडर और बार्टी वेबसाइटों पर ई-निविदा प्रकाशित की गई थी।
बार्टी के महानिदेशक सुनील वारे ने संबंधित विभाग को आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं ताकि ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जा सके और 7 विभागीय स्थानों पर प्रशिक्षण कक्षाएं शुरू की जा सकें।
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (बार्टी), पुणे के माध्यम से अनुसूचित जाति के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 1 हजार 400 मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल डिग्री पाठ्यक्रमों के लिए 1 वर्ष के लिए जेईई और नीट के लिए पूर्व प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह प्रशिक्षण सुमंत भांगे, सचिव, सामाजिक न्याय एवं विशेष सहायता विभाग के निर्देशानुसार राज्य में अनुसूचित जाति के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रोफेशनल प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पूर्व प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण गतिविधियों के तहत सामाजिक न्याय विभाग के कुल 7 विभागीय स्थानों में प्रशिक्षण संस्थानों के चयन के लिए महाराष्ट्र सरकार की महाटेंडर और बार्टी वेबसाइटों पर ई-निविदा प्रकाशित की गई थी।
बार्टी के महानिदेशक सुनील वारे ने संबंधित विभाग को आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं ताकि ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जा सके और 7 विभागीय स्थानों पर प्रशिक्षण कक्षाएं शुरू की जा सकें।

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