• सड़क विकास की योजना के बाद ही शहर विकास आराखड़ा तैयार किया जाए
• पुणे महानगर नियोजन समिति की पाँचवीं बैठक
नागपुर, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)महाराष्ट्र में बढ़ते नगरीकरण को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार नागरिकों को आवश्यक शहरी सुविधाएँ उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दे रही है। पुणे शहर का विस्तार भी बड़े पैमाने पर हो रहा है। इसी के तहत पुणे महानगर क्षेत्र में 220 परियोजनाओं के अंतर्गत विभिन्न विकास कार्य शुरू किए गए हैं, जिनके लिए 32,523 करोड़ की निधि मंजूर की गई है, यह जानकारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सड़क विकास की योजना तैयार करने के बाद ही शहर विकास का आराखड़ा बनाया जाए।
पुणे महानगर नियोजन समिति की पाँचवीं बैठक विधान भवन स्थित मंत्रीपरिषद सभागृह में मुख्यमंत्री फडणवीस की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, विधायक तानाजी सावंत, सुनील शेलके, सिद्धार्थ शिरोळे, शंकर मांडेकर आदि उपस्थित थे।
भविष्य की जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखकर तैयार होगा स्ट्रक्चर प्लान
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पुणे महानगर के लिए निर्धारित समय सीमा में ‘स्ट्रक्चर प्लान’ तैयार करते समय भविष्य में बढ़ने वाली जनसंख्या और नगरीकरण का विशेष ध्यान रखा जाए। प्लान तैयार करने की प्रक्रिया जल्दी पूरी की जाए। विकास कार्यों की योजना बनाते समय किसी क्षेत्र की जिम्मेदारी कई प्राधिकरणों को न देकर पूरे क्षेत्र का विकास एक ही प्राधिकरण द्वारा किया जाए, यह भी उन्होंने निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि 30 जून 2021 को पुणे महापालिका में सम्मिलित किए गए 23 गांवों का विकास नियोजन पीएमसी द्वारा किया जाना चाहिए। पुणे ग्रोथ हब के विकास आराखड़े को ‘मित्रा’ संस्था द्वारा तैयार कराए जाने के प्रस्ताव की जाँच की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुणे शहर में माण–म्हालुंगे टाउनशिप योजना का काम तेजी से पूरा किया जाए। शहर में 15 एकीकृत टाउन प्लानिंग योजनाओं (आयटीपीएस) पर काम जारी है, और इनके लिए समयसीमा निश्चित की जाए। समय पर कार्य पूर्ण होने से नागरिकों को लाभ मिलता है, इसलिए इन योजनाओं में किसी भी प्रकार की देरी न की जाए।
पुणे विश्वविद्यालय के पास बने उड्डाणपुल को तुरंत जनता के लिए खोला जाए
फडणवीस ने निर्देश दिया कि पुणे विश्वविद्यालय के पास बने नए उड्डाणपुल को औपचारिक लोकार्पण की प्रतीक्षा किए बिना तुरंत जनता के उपयोग के लिए खोल दिया जाए।
पुणे महानगर समिति के सभी सदस्यों के साथ बैठक आयोजित कर, उनकी राय लेकर शहर के लिए ‘कॉम्प्रेहेन्सिव मोबिलिटी प्लान’ तैयार किया जाए।
बैठक में मुख्य सचिव राजेश अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव (वित्त) ओ. पी. गुप्ता, अपर मुख्य सचिव (नगर विकास) असीम कुमार गुप्ता, पुणे महानगर नियोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से विभागीय आयुक्त चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुणे महापालिका आयुक्त नवल किशोर राम, जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी जुड़े। पुणे महानगर आयुक्त योगेश म्हसे ने बैठक में प्रस्तुतीकरण किया।
पुणे महानगर क्षेत्र में चल रहे प्रमुख विकास कार्य
येरवडा से कात्रज के बीच 20 किलोमीटर लंबी भुयारी (सुरंग) सड़क प्रस्तावित है। इसकी व्यवहार्यता जांच (फिजीबिलिटी स्टडी) चल रही है और इस परियोजना पर लगभग 7,500 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
पुणे महानगर नियोजन समिति की पाँचवीं बैठक विधान भवन स्थित मंत्रीपरिषद सभागृह में मुख्यमंत्री फडणवीस की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, विधायक तानाजी सावंत, सुनील शेलके, सिद्धार्थ शिरोळे, शंकर मांडेकर आदि उपस्थित थे।
भविष्य की जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखकर तैयार होगा स्ट्रक्चर प्लान
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पुणे महानगर के लिए निर्धारित समय सीमा में ‘स्ट्रक्चर प्लान’ तैयार करते समय भविष्य में बढ़ने वाली जनसंख्या और नगरीकरण का विशेष ध्यान रखा जाए। प्लान तैयार करने की प्रक्रिया जल्दी पूरी की जाए। विकास कार्यों की योजना बनाते समय किसी क्षेत्र की जिम्मेदारी कई प्राधिकरणों को न देकर पूरे क्षेत्र का विकास एक ही प्राधिकरण द्वारा किया जाए, यह भी उन्होंने निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि 30 जून 2021 को पुणे महापालिका में सम्मिलित किए गए 23 गांवों का विकास नियोजन पीएमसी द्वारा किया जाना चाहिए। पुणे ग्रोथ हब के विकास आराखड़े को ‘मित्रा’ संस्था द्वारा तैयार कराए जाने के प्रस्ताव की जाँच की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुणे शहर में माण–म्हालुंगे टाउनशिप योजना का काम तेजी से पूरा किया जाए। शहर में 15 एकीकृत टाउन प्लानिंग योजनाओं (आयटीपीएस) पर काम जारी है, और इनके लिए समयसीमा निश्चित की जाए। समय पर कार्य पूर्ण होने से नागरिकों को लाभ मिलता है, इसलिए इन योजनाओं में किसी भी प्रकार की देरी न की जाए।
पुणे विश्वविद्यालय के पास बने उड्डाणपुल को तुरंत जनता के लिए खोला जाए
फडणवीस ने निर्देश दिया कि पुणे विश्वविद्यालय के पास बने नए उड्डाणपुल को औपचारिक लोकार्पण की प्रतीक्षा किए बिना तुरंत जनता के उपयोग के लिए खोल दिया जाए।
पुणे महानगर समिति के सभी सदस्यों के साथ बैठक आयोजित कर, उनकी राय लेकर शहर के लिए ‘कॉम्प्रेहेन्सिव मोबिलिटी प्लान’ तैयार किया जाए।
बैठक में मुख्य सचिव राजेश अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव (वित्त) ओ. पी. गुप्ता, अपर मुख्य सचिव (नगर विकास) असीम कुमार गुप्ता, पुणे महानगर नियोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से विभागीय आयुक्त चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुणे महापालिका आयुक्त नवल किशोर राम, जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी जुड़े। पुणे महानगर आयुक्त योगेश म्हसे ने बैठक में प्रस्तुतीकरण किया।
पुणे महानगर क्षेत्र में चल रहे प्रमुख विकास कार्य
- 589 किमी लंबाई वाले 127 सड़क कार्य
- शहर में 83 किमी रिंग रोड परियोजना
- विकास केंद्रों, औद्योगिक क्षेत्रों और हवाईअड्डे से संपर्क के लिए सड़क कार्य
- 3 पुल और उड्डाणपुल परियोजनाएँ
- 3 आवास परियोजनाएँ
- 4 पानी आपूर्ति परियोजनाएँ, जिनमें वाघोली पानी आपूर्ति योजना पूर्ण
- पवना, इंद्रायणी, मुळा और मुठा नदियों के पुनरुज्जीवन की 3 परियोजनाएँ
- चौकों पर ट्रैफिक जाम दूर करने के लिए 17 परियोजनाएँ
- 10 पर्यटन विकास केंद्र
- 1 स्कायवॉक परियोजना
- 5 मल्टी-मॉडल हब परियोजनाएँ जल्द शुरू होने वाली हैं
येरवडा से कात्रज के बीच 20 किलोमीटर लंबी भुयारी (सुरंग) सड़क प्रस्तावित है। इसकी व्यवहार्यता जांच (फिजीबिलिटी स्टडी) चल रही है और इस परियोजना पर लगभग 7,500 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
.jpeg)
0 टिप्पणियाँ