मुख्य समाचार

6/recent/ticker-posts

झेप में दिव्यांगजन जागरूकता सप्ताह का समापन समारोह उत्साह के साथ मनाया गया

पुणे, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
3 दिसंबर को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी के तहत, दिसंबर महीने में या कुछ जगहों पर पूरे हफ़्ते अलग-अलग कार्यक्रम मनाए जाते हैं। झेप में भी इस मौके पर दिव्यांग जागरूकता सप्ताह मनाया गया।
दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता, समावेशी सोच एवं सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित दिव्यांग जनजागृति सप्ताह का समापन समारोह बड़े उत्साह और जोश के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पुणे छावनी बोर्ड विद्याधर पवार ने मार्गदर्शन किया। इस सप्ताह की शुरुआत कैंप में मशहूर उद्यमी श्री कवास पंडोल और श्रीमती हुतोक्षी पंडोल ने की।
सप्ताह के समापन समारोह में पुणे कैंटोन्मेंट बोर्ड की ओ.एस. ज्योति एंड्रयूज़, वरिष्ठ शिक्षाविद् वृषाली सालसकर, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद शिंदे और स्वामी विवेकानंद प्राइमरी स्कूल की मुख्याध्यापिका मीनाक्षी इंगोले के साथ अन्य गणमान्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
पूरे सप्ताह में लागू किए गए विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा समापन समारोह में की गई। इसमें दिव्यांग छात्रों की पहल, अभिभावक समावेशी पहल, जन जागरूकता संदेश और अनुभव कथन शामिल था। 
-इस गतिविधि में पहले दिन ‘मेरा बच्चा - मेरा गौरव’ इस थीम के अनुसार, हर माता-पिता ने सेल्फी पॉइंट पर अपने बच्चे के साथ सेल्फी लेने का आनंद लिया।
-दूसरे दिन, अभिभावकों के लिए रचनात्मक प्रतियोगिता घरेलू कचरे से टिकाऊ सामान बनाना और ‘मेरा बच्चा, मेरी ताकत’ इस विषय पर कार्ड बनाने की प्रतियोगिता हुई।

-तीसरे दिन, ‘ज्ञानी अभिभावक, सक्षम बच्चे’ इस अवधारणा पर आधारित सकारात्मक पालन-पोषण टिप्स लिखने और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता अभिभावकों के लिए आयोजित की गई।
-चौथे और पांचवें दिन को ‘फैमिली बॉन्डिंग डे’ के तौर पर मनाया गया, क्योंकि इस भावना के साथ कि एक दिव्यांग बच्चा परिवार में सबकी ज़िम्मेदारी है, सभी परिवार एक साथ आए और बच्चों के साथ बिना आग के खाना बनाने, सबके साथ फिंगर पेंटिंग करने और बच्चों के साथ गेम खेलने जैसी गतिविधि आयोजित की गई।
-छठे दिन, अभिभावकों ने दिव्यांगों के बारे में जागरूकता का संदेश देनेवाली रील बनाने के लिए एक प्रतियोगिता रखी थी।
-सातवें दिन दिव्यांगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सोलापुर बाज़ार से पुलगेट से सोलापुर रोड तक दिव्यांगों के प्रति जागरूकता रैली निकाली गई।
इस रैली में दिव्यांग छात्र, उनके अभिभावक, शिक्षक, डब्ल्यू.एस.सी.एस. सामाजिक संस्था के सदस्य, संतोष यादव आदि शामिल हुए। पुणे कैंटोन्मेंट बोर्ड कार्यालय की अधीक्षिका श्रीमती ज्योति एंड्रयूज ने रैली को हरी झंडी दिखाई। इस रैली में छात्र व अभिभावकों ने दिव्यांगों के प्रति जागरूकतावाले प्लेकार्ड्स हाथों में लिए हुए थे और परिसर में दिव्यांग जागरूकता संदेशवाले पर्चे बांटे गए। 
सप्ताह समारोह की सभी गतिविधियों की फ़ोटो और वीडियो प्रस्तुति के साथ-साथ इस पहल के तहत अभिभावकों द्वारा बनाए गए कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी, जिसने सभी उपस्थितियों का दिल जीत लिया।
इस पहल और प्रतियोगिता में जीतनेवाले अभिभावक और हिस्सा लेनेवाले अभिभावक और छात्रों को पुरस्कार देकर प्रशंसा की गई। साथ ही, इस मौके पर ‘सुपर पेरेंट ऑफ़ द ईयर’ का पुरस्कार श्री संतोष और श्रीमती सोनाली रोकड़े को और ‘सपोर्टिव पेरेंट ऑफ़ द ईयर’ का  पुरस्कार श्री रामचंद्र और श्रीमती रेवती देशपांडे को दिया गया।
मार्गदर्शन करते हुए श्रीमती ज्योति अँण्डूयूज ने कहा कि विकलांग लोगों के लिए अवसर, सम्मान और समान भागीदारी मिलना बहुत ज़रूरी है।
वृषाली सालसकर ने यह भी ज़ोर देकर कहा कि समाज के हर हिस्से को सबको साथ लेकर चलनेवाला नज़रिया अपनाना चाहिए व दिव्यांगों की काबिलियत पर भरोसा करना चाहिए। उपस्थित गणमान्यों ने यह भी कहा कि ऐसी कोशिशों से समाज में अच्छे बदलाव आते हैं।
कार्यक्रम के अंत में दिव्यांग छात्रों की तरक्की में योगदान देनेवाले माता-पिता, अध्यापक और साथ काम करनेवालों को धन्यवाद दिया गया।
दिव्यांगों के बारे में जागरूकता का संदेश समाज में लगातार फैलाया जाए, इसे स़िर्फ एक सप्ताह तक सीमित नहीं रखा जाए। इस समय यह दृढ़ संकल्प लिया गया। उत्साह के साथ संपन्न हुए समापन समारोह से उपस्थितियों में सबको साथ लेकर चलनेवाले समाज के निर्माण की प्रेरणा, संवेदनशीलता और जागरूकता और मज़बूत हुई।
इस समारोह में विद्यार्थी, अभिभावक, शिक्षक व मुख्य अतिथियों की भोजन व्यवस्था अन्नामृत फाउंडेशन पिंपरी के किशोर वाईकर द्वारा की गई थी। इस अवसर पर कैंटोन्मेंट जनरल हॉस्पिटल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. उदय भुजबल ने बच्चों को गिफ्ट और मिठाई का वितरण किया।
पुणे कैंटोन्मेंट बोर्ड शिक्षण विभाग की सुनंदा दिघे के साथ-साथ झेप की नंदिनी वाघमारे, शीतल चोरघे, गीता वारे, सुनीता जगताप, तंजिला शेख ने सप्ताह समारोह भर सभी लागू गतिविधियों की तैयारी करने और संचालन के लिए कड़ी मेहनत की।
उक्त कार्यक्रम का सफलतापूर्वक पूरा आयोजन झेप के मुख्य समन्वयक मनीष खंडागले और पल्लवी जाधव ने किया।






एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ