लोककल्याण साधना गौरव पुरस्कार से सम्मानित नवरत्नों के साथ रविकांत महाराज वसेकर, शिवसेना पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे, लोककल्याण प्रतिष्ठान के अध्यक्ष राजाभाऊ होले व अन्य उक्त चित्र में दिखाई दे रहे हैं।
हड़पसर, जनवरी (ह.ए. प्रतिनिधि)
जिस प्रकार संत सावता महाराज विट्ठल को अपने कार्य में देखते हैं, उसी प्रकार राजाभाऊ होले भगवान को अपने सामाजिक कार्यों में देखते हैं। राजभाऊ होले और उनके सहयोगियों ने लोककल्याण प्रतिष्ठान के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे नवरत्नों को सम्मानित करके उनके काम को समाज के समीप रखते हुए उन्हें पुरस्कृत करके उनके काम को और अधिक ताकत देने का काम किया है। यह विचार संत शिरोमणि सावता माली के 17 वें वंशज रविकांत महाराज वसेकर ने व्यक्त किए।
लोककल्याण प्रतिष्ठान की ओर से प्रदान किए जानेवाले लोककल्याण साधना गौरव पुरस्कार वितरण समारोह में वे बोल रहे थे। व्यासपीठ पर शिवसेना पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे, नगरसेवक गणेश ढोरे, लोककल्याण प्रतिष्ठान के अध्यक्ष राजाभाऊ होले, लोककल्याण पतसंस्था के उपाध्यक्ष अरुण शिंदे, उद्योगपति विशाल कामठे, सागर पिलाणे, दीपक भोसले, रमेश निवंगुणे आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर लोककल्याण राष्ट्र साधना गौरव पुरस्कार से नि. सहा. पुलिय उपनिरिक्षक लक्ष्मण थोरात, समाज साधना- शादाब मुलाणी, सहकार साधना- महेश ससाणे, उद्योग साधना- सुनिल पिलाणे, ज्ञान साधना- ज्ञानेश्वर पिलाणे, धर्म साधना- अनिल जैन, क्रीड़ा साधना- तुषार पवार, पत्रकारिता साधना- संदीप जगदाले, मात-पितृ गौरव मोतीराम कोरे व शिवगंगा कोरे को शाल श्रीफल मानचिन्ह, मानपत्र देकर सम्मानित किया गया है। मानपत्र प्रा. एस. टी. पवार ने पढ़ा।
पुरस्कार वितरण समारोह के अध्यक्ष शिवसेना पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे ने कहा कि लोककल्याण प्रतिष्ठान के माध्यम से राजाभाऊ होले पिछले कितने सालों से अविरत रूप से सामाजिक और विधायक कार्य कर रहे हैं, सही मायने में उनका यह कार्य सभी के लिए एक दीपस्तंभ जैसा है।
समारोह का प्रास्ताविक दिलीप भामे ने किया। सूत्र-संचालन प्रदीप जगताप और आभार प्रदर्शन हरिश्चंद्र कुलकर्णी ने किया।
समारोह को सफल बनाने के लिए विनोद सातव, प्रवीण होले, प्रभाकर शिंदे, राहुल भाडले व प्रतिष्ठान के सदस्यों ने अथक परिश्रम किया।
हड़पसर, जनवरी (ह.ए. प्रतिनिधि)
जिस प्रकार संत सावता महाराज विट्ठल को अपने कार्य में देखते हैं, उसी प्रकार राजाभाऊ होले भगवान को अपने सामाजिक कार्यों में देखते हैं। राजभाऊ होले और उनके सहयोगियों ने लोककल्याण प्रतिष्ठान के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे नवरत्नों को सम्मानित करके उनके काम को समाज के समीप रखते हुए उन्हें पुरस्कृत करके उनके काम को और अधिक ताकत देने का काम किया है। यह विचार संत शिरोमणि सावता माली के 17 वें वंशज रविकांत महाराज वसेकर ने व्यक्त किए।
लोककल्याण प्रतिष्ठान की ओर से प्रदान किए जानेवाले लोककल्याण साधना गौरव पुरस्कार वितरण समारोह में वे बोल रहे थे। व्यासपीठ पर शिवसेना पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे, नगरसेवक गणेश ढोरे, लोककल्याण प्रतिष्ठान के अध्यक्ष राजाभाऊ होले, लोककल्याण पतसंस्था के उपाध्यक्ष अरुण शिंदे, उद्योगपति विशाल कामठे, सागर पिलाणे, दीपक भोसले, रमेश निवंगुणे आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर लोककल्याण राष्ट्र साधना गौरव पुरस्कार से नि. सहा. पुलिय उपनिरिक्षक लक्ष्मण थोरात, समाज साधना- शादाब मुलाणी, सहकार साधना- महेश ससाणे, उद्योग साधना- सुनिल पिलाणे, ज्ञान साधना- ज्ञानेश्वर पिलाणे, धर्म साधना- अनिल जैन, क्रीड़ा साधना- तुषार पवार, पत्रकारिता साधना- संदीप जगदाले, मात-पितृ गौरव मोतीराम कोरे व शिवगंगा कोरे को शाल श्रीफल मानचिन्ह, मानपत्र देकर सम्मानित किया गया है। मानपत्र प्रा. एस. टी. पवार ने पढ़ा।
पुरस्कार वितरण समारोह के अध्यक्ष शिवसेना पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे ने कहा कि लोककल्याण प्रतिष्ठान के माध्यम से राजाभाऊ होले पिछले कितने सालों से अविरत रूप से सामाजिक और विधायक कार्य कर रहे हैं, सही मायने में उनका यह कार्य सभी के लिए एक दीपस्तंभ जैसा है।
समारोह का प्रास्ताविक दिलीप भामे ने किया। सूत्र-संचालन प्रदीप जगताप और आभार प्रदर्शन हरिश्चंद्र कुलकर्णी ने किया।
समारोह को सफल बनाने के लिए विनोद सातव, प्रवीण होले, प्रभाकर शिंदे, राहुल भाडले व प्रतिष्ठान के सदस्यों ने अथक परिश्रम किया।

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