देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर केन्द्र सरकार निकटता से निगरानी कर रही है और राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ सक्रियतापूर्वक जुटी
कोविड-19 के लगभग 4 करोड़ टीके की डोज दी गई
अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार सुबह 7 बजे तक 6,47,480 सत्रों के माध्यम से लगभग 4 करोड़ (3,93,39,817) कोविड-19 टीके की डोज दी गई है। इनमें 76,35,188 स्वास्थ्यकर्मियों (एचसीडब्ल्यू) को टीके की पहली डोज दी जा चुकी है जबकि 47,15,173 स्वास्थ्यकर्मी दूसरी डोज ले चुके हैं। वहीं 78,33,278 फ्रंटलाइन वर्कर्स पहली और 21,98,414 फ्रंटलाइन वर्कर्स ने दूसरी डोज ली है। 1,41,77,766 लाभार्थियों की उम्र 60 साल से अधिक है जबकि 27,79,998 लाभार्थी वे हैं जिनकी उम्र 45 साल से अधिक है और वे किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।नई दिल्ली, मार्च (पसूका)
देश के कुछ राज्यों में कोविड-19 के दैनिक नये मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और छत्तीसगढ़ में कुल मिलाकर 80.63 प्रतिशत दैनिक नये मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटों में 39,726 दैनिक नये मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक 25,833 (दैनिक नए मामलों का 65 प्रतिशत) दैनिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद पंजाब में 2,369 जबकि केरल में 1,899 नए मामले सामने आए हैं।
केन्द्र सरकार सभी राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की सरकारों, विशेषकर उन राज्यों की सरकारों के साथ सक्रियतापूर्वक जुटी है, जहां दैनिक नये मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और कोरोना संक्रमण के अत्यधिक सक्रिय मामले पाए जा रहे हैं। केन्द्र सरकार उनके साथ कोविड की रोकथाम की स्थिति और जन स्वास्थ्य के उपायों की नियमित समीक्षा कर रही है।
राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों को परीक्षण में कमी की रिपोर्ट वाले जिलों, विशेष रूप से सरकार की रणनीति ‘टेस्ट ट्रैक एंड ट्रीट’ के अनुरूप एंटीजन परीक्षण के उच्च स्तर वाले जिलों में परीक्षण की संख्या बढ़ाने और आरटी-पीसीआर परीक्षणों (70 प्रतिशत से अधिक) की कुल हिस्सेदारी बढ़ाने की सलाह दी गई है। राज्यों/ केन्द्रशासित प्रदेशों को सलाह दी जाती है कि वे क्लीनिकल प्रोटोकॉल के अनुसार गंभीर मामलों के आइसोलेशन और शुरुआती उपचार के साथ-साथ प्रति संक्रमण के मामले (पहले 72 घंटों में) में न्यूनतम 20 व्यक्तियों के औसत संपर्क का पता लगाएं। यह भी सलाह दी जाती है कि चयनित जिलों में उन क्षेत्रों की निगरानी और कड़े नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित किया जाए, जहां अत्यधिक मामले पाए जाते हैं। साथ ही, उच्च मृत्यु की रिपोर्ट वाले जिलों में नैदानिक प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
यह सलाह दी गई है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को समस्यामूलक वायरस प्रजाति का पता लगाने के लिए जीनोम परीक्षण हेतु नमूने भी भेजने चाहिए। सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को आईएनएसएसीओजी संघ के तहत 10 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के साथ नोडल संस्थान के रूप में चिह्नित किया गया है। राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को संचार और कार्यान्वयन के माध्यम से कोविड की स्थिति में उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा देने के साथ सार्वजनिक स्थानों पर भीडभाड़ को सीमित करने और अत्यधिक मामलों की रिपोर्ट वाले जिलों में प्राथमिकता वाले जनसंख्या समूहों के लिए टीकाकरण में तेजी लाने के लिए कहा गया है। टीकाकरण की गति में तेजी लाने पर भी बल दिया गया है।
हाल ही में केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम के उपायों के लिए उच्चस्तरीय जन स्वास्थ्य टीमों को तैनात किया है। इससे पहले, कोविड-19 के मामलों की हाल में तीव्र बढ़ोतरी के विरूद्ध संघर्ष में सहायता देने के लिए केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र, केरल, चंडीगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर में उच्चस्तरीय टीमों को भेज चुकी है। केन्द्रीय टीमों की रिपोर्ट को राज्यों के साथ साझा किया जाता है, ताकि अगली कार्रवाई की जा सके। राज्यों द्वारा अनुसरण एवं अनुपालन की केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निगरानी की जाती है।
भारत में आज कोरोना के कुल सक्रिय मामले (केसलोड) 2.71 लाख (2,71,282) है, जो देश में अब तक के कुल संक्रमित मामलों का 2.82 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कुल सक्रिय मामलों (केसलोड) में 18,918 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई।

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