पुणे, जनवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना के अंतर्गत बिजली बिल के लिए मुद्रित कागज का उपयोग पूरी तरह से बंद कर दिया है, केवल ‘ई-मेल’ व ‘एसएमएस’ का विकल्प चुनने वाले पुणे परिमंडल के पर्यावरणप्रेमी 92 हजार 813 बिजली उपभोक्ताओं की एक करोड़ 11 लाख 37 हजार 560 रुपयों की बचत शुरू है। पुणे परिमंडल के बिजली उपभोक्ता राज्य में इस योजना में अग्रणी हैं। पिछले 20 दिनों में पुणे परिमंडल में 2681 उपभोक्ताओं ने इस योजना में भाग लिया है।
महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना के तहत बिजली बिल मुद्रित कागज की जगह केवल ‘ई-मेल’ और ‘एसएमएस’ का विकल्प चुनने पर 10 रुपये प्रति बिल की छूट दी जा रही है, इसलिए योजना में भाग लेने वाले उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में प्रति वर्ष 120 रुपये की बचत हो रही है। बिजली का बिल बनते ही कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से ‘गो-ग्रीन’ के उपभोक्ताओं को ‘ई-मेल’ के माध्यम से भेजा जा रहा है। साथ ही ‘एसएमएस’ के जरिए बिजली बिल की जानकारी दी जा रही है। इससे ग्राहकों के लिए शीघ्र भुगतान का लाभ उठाना अधिक संभव हो गया है। गो-ग्रीन योजना समय की मांग है। बिजली उपभोक्ता इस योजना में शामिल हों व पर्यावरण रक्षण में अपना योगदान दें। यह अपील मुख्य अभियंता श्री राजेंद्र पवार ने बिजली उपभोक्ताओं से की है।
पुणे परिमंडल के तहत पुणे शहर में 49 हजार 492 ग्राहक ‘गो-ग्रीन’ योजना में शामिल हुए हैं। इसमें हड़पसर-1 अनुमंडल में 5544, वडगांव धायरी में 4875, धनकवड़ी में 4571 तथा विश्रांतवाड़ी अनुमंडल में 3658 ग्राहक महत्वपूर्ण हैं। पिंपरी चिंचवड़ शहर में गो-ग्रीन में 27 हजार 19 ग्राहक हिस्सा ले रहे हैं। सांगवी सब डिवीजन में 8319 और आकुर्डी में 5164, चिंचवड सब डिवीजन में 5342 उपभोक्ता योजना में भाग ले रहे हैं। साथ ही, पुणे ग्रामीण मंडल के आंबेगांव, जुन्नर, खेड़, मावल, मुलशी, वेल्हे और हवेली तालुकों में 16 हजार 122 उपभोक्ताओं ने ‘गो-ग्रीन’ में भाग लिया है। इनमें हड़पसर ग्रामीण अनुमंडल में सबसे अधिक 4353 ग्राहक हैं।
महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना का विकल्प चुनने के लिए ग्राहकों को महावितरण के मोबाइल ऐप या महावितरण की वेबसाइट https://billing.mahadiscom.in/ gogreen.php के माध्यम से बिजली बिल पर छपे 15 अंकों के जीजीएन नंबर (GGN) को पंजीकृत करना होगा। अधिक जानकारी www.mahadiscom.in वेबसाइट पर उपलब्ध है। ‘गो-ग्रीन’ योजना में भाग लेने वाले बिजली उपभोक्ता यदि उन्हें प्रिंटेड बिजली बिल की आवश्यकता है तो वे ईमेल के माध्यम से प्राप्त मासिक बिजली बिल की सॉफ्ट कॉपी अपने कंप्यूटर में सेव कर सकते हैं। इसके अलावा, पिछले 11 महीनों के बिजली बिलों के साथ मौजूदा बिजली बिल वेबसाइट पर मूल रूप में उपलब्ध है। उपभोक्ता इसे कभी भी डाउनलोड कर सकते हैं या अपनी आवश्यकता के अनुसार असली रंग में प्रिंट कर सकते हैं।
यह जानकारी पुणे महावितरण कंपनी के मुख्य अभियंता कार्यालय, पुणे परिमंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री निशिकांत राऊत द्वारा दी गई है।
महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना के अंतर्गत बिजली बिल के लिए मुद्रित कागज का उपयोग पूरी तरह से बंद कर दिया है, केवल ‘ई-मेल’ व ‘एसएमएस’ का विकल्प चुनने वाले पुणे परिमंडल के पर्यावरणप्रेमी 92 हजार 813 बिजली उपभोक्ताओं की एक करोड़ 11 लाख 37 हजार 560 रुपयों की बचत शुरू है। पुणे परिमंडल के बिजली उपभोक्ता राज्य में इस योजना में अग्रणी हैं। पिछले 20 दिनों में पुणे परिमंडल में 2681 उपभोक्ताओं ने इस योजना में भाग लिया है।
महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना के तहत बिजली बिल मुद्रित कागज की जगह केवल ‘ई-मेल’ और ‘एसएमएस’ का विकल्प चुनने पर 10 रुपये प्रति बिल की छूट दी जा रही है, इसलिए योजना में भाग लेने वाले उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में प्रति वर्ष 120 रुपये की बचत हो रही है। बिजली का बिल बनते ही कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से ‘गो-ग्रीन’ के उपभोक्ताओं को ‘ई-मेल’ के माध्यम से भेजा जा रहा है। साथ ही ‘एसएमएस’ के जरिए बिजली बिल की जानकारी दी जा रही है। इससे ग्राहकों के लिए शीघ्र भुगतान का लाभ उठाना अधिक संभव हो गया है। गो-ग्रीन योजना समय की मांग है। बिजली उपभोक्ता इस योजना में शामिल हों व पर्यावरण रक्षण में अपना योगदान दें। यह अपील मुख्य अभियंता श्री राजेंद्र पवार ने बिजली उपभोक्ताओं से की है।
पुणे परिमंडल के तहत पुणे शहर में 49 हजार 492 ग्राहक ‘गो-ग्रीन’ योजना में शामिल हुए हैं। इसमें हड़पसर-1 अनुमंडल में 5544, वडगांव धायरी में 4875, धनकवड़ी में 4571 तथा विश्रांतवाड़ी अनुमंडल में 3658 ग्राहक महत्वपूर्ण हैं। पिंपरी चिंचवड़ शहर में गो-ग्रीन में 27 हजार 19 ग्राहक हिस्सा ले रहे हैं। सांगवी सब डिवीजन में 8319 और आकुर्डी में 5164, चिंचवड सब डिवीजन में 5342 उपभोक्ता योजना में भाग ले रहे हैं। साथ ही, पुणे ग्रामीण मंडल के आंबेगांव, जुन्नर, खेड़, मावल, मुलशी, वेल्हे और हवेली तालुकों में 16 हजार 122 उपभोक्ताओं ने ‘गो-ग्रीन’ में भाग लिया है। इनमें हड़पसर ग्रामीण अनुमंडल में सबसे अधिक 4353 ग्राहक हैं।
महावितरण की ‘गो-ग्रीन’ योजना का विकल्प चुनने के लिए ग्राहकों को महावितरण के मोबाइल ऐप या महावितरण की वेबसाइट https://billing.mahadiscom.in/
यह जानकारी पुणे महावितरण कंपनी के मुख्य अभियंता कार्यालय, पुणे परिमंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री निशिकांत राऊत द्वारा दी गई है।

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