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संपूर्ण हिंदू समाज का विराट जन आक्रोश मोर्चा : 50 हजार नागरिकों ने भाग लिया

पुणे, जनवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान दिवस को धर्मवीर दिवस के रूप में मनाने तथा धर्मांतरण, गोवध व लव जिहाद के सख्त कानून बनाने की मांग को लेकर आज समस्त हिन्दू समाज की ओर से ‘हिन्दू जन आक्रोश मोर्चा’ का आयोजन किया गया। इस मोर्चे में 50 हजार हिंदू नागरिकों ने भाग लिया।
इस मोर्चा के माध्यम से हिंदू समुदाय द्वारा लव जिहाद, महाराष्ट्र और देश में जबरन धर्मांतरण और गोहत्या की बढ़ती भयावह घटनाओं के खिलाफ कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने की मांग की गई।
इस मौके पर भीड़ को संबोधित करते हुए तेलंगाना के विधायक राजा भैया ने कहा कि जाति, धर्म, पंथ, गोत्र को एक तरफ रखकर पूरे हिंदू समाज को एक साथ आना चाहिए।
विधायक शिवेंद्र राजे भोसले ने राज्य सरकार से छत्रपति संभाजी महाराज को धर्मवीर घोषित करने और उनके बलिदान दिवस को धर्मवीर दिवस के रूप में मनाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर तुकाराम महाराज के वंशज हभप शिवाजीराव मोरे, शिवशंभु विद्वान नीलेश भिसे, पतिता पवन संगठन के स्वप्निल नाईक, धीरेज घाटे, हिंदू राष्ट्र सेना के धनंजय देसाई ने मोर्चे को संबोधित किया। लव जिहाद, महाराष्ट्र और देश में जबरन धर्मांतरण और गोहत्या के खिलाफ कानून को प्रभावी ढंग से लागू करना एकमुखी मांग सभी गणमान्य लोगों ने की।
मोर्चे की शुरुआत आज सुबह दस बजे लाल महल से हुई। श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति की महाआरती करने के बाद लक्ष्मी रोड से मोर्चा डेक्कन क्षेत्र में धर्मवीर संभाजी महाराज के स्मारक के पास समाप्त हुआ।
यह मोर्चा अभूतपूर्व था। इस मोर्चे में शहर के सभी राजनीतिक दल, हिंदुत्ववादी संगठन, व्यापारी, गणेशोत्सव मंडल शामिल हुए। मोर्चा में महिलाओं की भारी भागीदारी महत्वपूर्ण थी। वारकरी संप्रदाय के छात्रों की भी बड़ी संख्या थी। इस अवसर पर संपूर्ण हिन्दू समाज की शक्ति का भव्य दर्शन हुआ।
मुख्य विशेषता : छत्रपति शिवाजी महाराज और संत तुकाराम महाराज के ऐतिहासिक मिलन के बाद आज करीब चार सौ साल बाद उनके वंशज इस हिंदू जन आक्रोश मोर्चा में पहली बार फिर मिले।





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