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अस्तित्व कलामंच ने मनाया अनाथ बच्चों के साथ स्ट्रॉबेरी उत्सव : बच्चों के चेहरे पर छाई खुशी

हड़पसर, जनवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
अस्तित्व कलामंच हड़पसर ने अनाथ बच्चों के साथ स्ट्रॉबेरी उत्सव मनाते हुए बच्चों के चेहरे पर एक खुशी की मुस्कुराहट लाई है।
स्ट्रॉबेरी का नाम लेते ही महाबलेश्वर की याद आती है। लाल-गुलाबी रंग की स्ट्रॉबेरी को देखते ही मुंह में पानी आ जाता है, लेकिन स्ट्रॉबेरी की कीमत ज्यादा होने की वजह से आम घरों में खाना तो दूर स्ट्रॉबेरी देखने को नहीं मिलती है। 
अगर सभी आम लोगों का यही हाल है तो अनाथों का क्या होगा? इसका अहसास हड़पसर के अस्तित्व कला मंच सामाजिक संस्था को हुआ। आस्तित्व कला मंच ने अनाथ और गृहनिर्माण श्रमिकों के बच्चों को स्ट्रॉबेरी का स्वाद चखने को मिले और इसका पूरा लुत्फ उठाना चाहिए इस हेतु शंभूराजे अनाथालय, श्री परशुराम आबाजी जगताप अनुजाती प्राथमिक व माध्यमिक निवासी आश्रम विद्यालय वडकी, हड़पसर परिसर के लेबर कैम्प व गंगा तारा वृद्धाश्रम में स्ट्रॉबेरी उत्सव आयोजित किया गया था। उन बच्चों को यह महसूस नहीं होना चाहिए कि वे इसलिए खा रहे हैं क्योंकि कोई उन्हें दे रहा है, इसलिए सभी गणमान्य व्यक्तियों और आस्तित्व कला मंच के सदस्यों ने उनके बगल में बैठकर स्वादिष्ट स्ट्रॉबेरी खाई।
प्रगतिशील किसान सोमनाथ शिंदे ने लगभग 200 किलो स्ट्रॉबेरी बहुत कम कीमत पर बिना लाभ-न-हानि के सिद्धांत पर प्रदान की, ताकि अनाथ बच्चे स्ट्रॉबेरी खा सकें। यह जानकारी स्ट्रॉबेरी उत्सव पहल के आयोजक डॉ. अश्विनी शेंडे और योगेश गोंधले ने दी।
स्ट्रॉबेरी उत्सव में अविनाश कीर्ति, श्रीकृष्ण भिंगारे, सूरज कुदले, प्रमोद अय्या, धीरज दरवडे, वैशाली वाघमारे, नीता तारु, क्रांति चटके, लक्ष्मी घुले, हेमांगी ठाकुर, अनीता कावरे, सोनाली मुसले, शीतल परमार, काजल माने, श्रुतिका क्षीरसागर, विजय तारु आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। 
स्ट्रॉबेरी उत्सव सफल बनाने के लिए योगेश गोंधले, अश्विनी सुपेकर, धनश्री कुलकर्णी व अस्तित्व कला मंच के सदस्यों ने विशेष परिश्रम किया।

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