पुणे, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
दक्षिण पश्चिम वायु कमान के कमांडरों का सम्मेलन दिनांक 09 एवं 10 फरवरी 2023 को जैसलमेर में आयोजित किया गया। वायुसेना स्टेशन जैसलमेर पहुँचने पर वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी की अगुवाई दक्षिण पश्चिम वायु कमान (दपवाक) के वायु अफसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल विक्रम सिंह ने की।
कॉन्फ्रेंस के दौरान दपवाक के कमांडरों के साथ एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने विचार-विमर्श किया। कमांडरों को संबोधित करते हुए वायुसेनाध्यक्ष ने मौजूदा सुरक्षा परिपेक्ष एवं इस संदर्भ में भारतीय वायु सेना की भावी भूमिकाओं से अवगत कराया। वायुसेनाध्यक्ष ने कहा कि भविष्य में होने वाले किसी भी संघर्ष में परिणामों को तय करने में ‘वायु-शक्ति’ विवेचनात्मक और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उच्चस्तर की ऑपरेशनल तैयारियों पर जोर दिया तथा किसी भी प्रकार की आकस्मिकताओं से निपटने के लिए सतर्क रहने को कहा। वायुसेनाध्यक्ष ने अग्निवीर वायु कार्मिकों को भारतीय वायुसेना में सुचारु रूप से शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया।
वायुसेनाध्यक्ष ने दक्षिण पश्चिम वायु कमान के कमांडरों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और आगे भी इसी प्रकार कर्तव्यनिष्ठ रहने का आग्रह किया। अंत में उन्होंने विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले स्टेशन को ट्रॉफियाँ प्रदान कीं।
यह जानकारी पुणे रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी श्री महेश अय्यंगार द्वारा दी गई है।
दक्षिण पश्चिम वायु कमान के कमांडरों का सम्मेलन दिनांक 09 एवं 10 फरवरी 2023 को जैसलमेर में आयोजित किया गया। वायुसेना स्टेशन जैसलमेर पहुँचने पर वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी की अगुवाई दक्षिण पश्चिम वायु कमान (दपवाक) के वायु अफसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल विक्रम सिंह ने की।
कॉन्फ्रेंस के दौरान दपवाक के कमांडरों के साथ एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने विचार-विमर्श किया। कमांडरों को संबोधित करते हुए वायुसेनाध्यक्ष ने मौजूदा सुरक्षा परिपेक्ष एवं इस संदर्भ में भारतीय वायु सेना की भावी भूमिकाओं से अवगत कराया। वायुसेनाध्यक्ष ने कहा कि भविष्य में होने वाले किसी भी संघर्ष में परिणामों को तय करने में ‘वायु-शक्ति’ विवेचनात्मक और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उच्चस्तर की ऑपरेशनल तैयारियों पर जोर दिया तथा किसी भी प्रकार की आकस्मिकताओं से निपटने के लिए सतर्क रहने को कहा। वायुसेनाध्यक्ष ने अग्निवीर वायु कार्मिकों को भारतीय वायुसेना में सुचारु रूप से शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया।
वायुसेनाध्यक्ष ने दक्षिण पश्चिम वायु कमान के कमांडरों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और आगे भी इसी प्रकार कर्तव्यनिष्ठ रहने का आग्रह किया। अंत में उन्होंने विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले स्टेशन को ट्रॉफियाँ प्रदान कीं।
यह जानकारी पुणे रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी श्री महेश अय्यंगार द्वारा दी गई है।

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