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औरंगाबाद का नाम ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद का नाम ‘धाराशिव’ रखने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र ने दी मंजूरी

मुंबई, फरवरी (महासंवाद)
औरंगाबाद शहर का नाम ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद शहर का नाम ‘धाराशिव’ रखने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।
गृह मंत्रालय, भारत सरकार के दिनांक 24 फरवरी, 2023 के पत्र द्वारा औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर करने के प्रस्ताव के अनुसरण में, महाराष्ट्र सरकार एतदद्वारा आदेश देती है कि औरंगाबाद, तालुका और जिला औरंगाबाद, महाराष्ट्र राज्य सामान्य प्रशासन विभाग ने शहर का नाम छत्रपति संभाजीनगर, तालुका और जिला औरंगाबाद, महाराष्ट्र राज्य में बदलने के लिए एक अधिसूचना जारी की है।
गृह मंत्रालय के दिनांक 7 फरवरी, 2023 के पत्र के माध्यम से दिनांक 7 फरवरी, 2023 की अधिसूचना द्वारा महाराष्ट्र सरकार ने शहर उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कर दिया है, उस्मानाबाद, तालुका और जिला उस्मानाबाद, महाराष्ट्र राज्य को बदल दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने एक अधिसूचना जारी की है कि धाराशिव तालुका और जिला उस्मानाबाद, महाराष्ट्र राज्य बनाया जाए।
राज्य सरकार ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद शहरों के नाम बदलने का फैसला करने के बाद अंतिम मंजूरी के लिए 20 अक्टूबर 2022 को केंद्र सरकार को पत्र भेजा था, अब इसे केंद्र ने मंजूरी दे दी है।
पिछले कई सालों से औरंगाबाद शहर का नाम ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद शहर का नाम ‘धाराशिव’ करने की मांग की जा रही थी। दोनों शहरों के नाम रखने के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेजा था। आज केंद्र सरकार ने दोनों शहरों का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट में दोनों शहरों के नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई और इस संबंध में विधानसभा में प्रस्ताव भी पारित किया गया।
छत्रपति संभाजीनगर, धाराशिव नाम परिवर्तन ऐतिहासिक कदम : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने माना केंद्र का आभार
औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी, यह एक ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इन शब्दों में केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया है।
औरंगाबाद का ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद का हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का ‘धाराशिव’! मुख्यमंत्री का यह भी कहना है कि इसका इस तरह नामकरण करने का सपना पूरा हो गया है। 
आठ महीने पहले महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार सत्ता में आई थी। उसके बाद कैबिनेट में दोनों शहरों के नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई और विधायिका ने भी इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक कदम है और राज्य की जनता केंद्र सरकार की आभारी है।

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