पुणे, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पुणे रेल मंडल ने एक कदम हरित भारत की ओर बढ़ाते हुए पिंपरी रेलवे स्टेशन की छत पर सोलर पावर पैनल लगाए हैं। स्थापित किए गए 55 के.डब्ल्यू.पी. के सौर ऊर्जा संयंत्र को मंडल रेल प्रबंधक श्रीमती इन्दू दुबे की प्रमुख उपस्थिति में शुरू किया गया। इस अवसर पर थाइसन कृप के एमडी एवं सीईओ विवेक भाटिया, हेड डिजिटलायजेशन सुनील सागने, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर तरुण सुयाल, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक डॉ. स्वप्निल निला, मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ. रामदास भिसे सहित कई लोग, रेलवे कर्मचारी उपस्थित थे।
यह सौर ऊर्जा संयंत्र थाइसन क्रूप द्वारा मंडल के विद्युत विभाग की सहायता से कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी के अंतर्गत स्थापित किया गया है। इसमें 165 सौर-माड्युल स्थापित किए गए हैं जो 239 स्क्वे.मी. क्षेत्र मे है एवं इसके उपयोग से बिजली बिल में प्रतिमाह औसत रुपए 35,000/- तक की बचत होगी। इस विद्युत ऊर्जा का उपयोग पिंपरी रेलवे स्टेशन को विद्युत आपूर्ति हेतु किया जाएगा, जिससे स्टेशन की आवश्यक दैनिक विद्युत ऊर्जा की जरूरतें पूर्ण होंगी तथा अतिरिक्त बिजली एमएसइडीसीएल को भेजी जाएगी। इस सौर ऊर्जा संयंत्र के फलस्वरूप कार्बन-डाई-ऑक्साईड उत्सर्जन में प्रति वर्ष 1451 टन कमी होगी जो कि कार्बन अवशोषण की दृष्टि से लगभग 2322 वृक्षों को लगाने के समान है।
नि:संदेह यह मध्य रेल पुणे मंडल की ओर से हरित भारत बनाने एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान है। ज्ञातव्य हो कि भारतीय रेल वर्ष 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के लिए वचनबद्ध है। मध्य रेल पुणे मंडल भी भारतीय रेल के इस लक्ष्य को साकार करने हेतु अपना सार्थक सहयोग देने के लिए प्रयासरत है। इस सौर ऊर्जा संयंत्र का स्थापित होना इसी दिशा में एक सराहनीय कदम है।
यह जानकारी पुणे रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री मनोज झंवर द्वारा दी गई है।
पुणे रेल मंडल ने एक कदम हरित भारत की ओर बढ़ाते हुए पिंपरी रेलवे स्टेशन की छत पर सोलर पावर पैनल लगाए हैं। स्थापित किए गए 55 के.डब्ल्यू.पी. के सौर ऊर्जा संयंत्र को मंडल रेल प्रबंधक श्रीमती इन्दू दुबे की प्रमुख उपस्थिति में शुरू किया गया। इस अवसर पर थाइसन कृप के एमडी एवं सीईओ विवेक भाटिया, हेड डिजिटलायजेशन सुनील सागने, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर तरुण सुयाल, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक डॉ. स्वप्निल निला, मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ. रामदास भिसे सहित कई लोग, रेलवे कर्मचारी उपस्थित थे।
यह सौर ऊर्जा संयंत्र थाइसन क्रूप द्वारा मंडल के विद्युत विभाग की सहायता से कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी के अंतर्गत स्थापित किया गया है। इसमें 165 सौर-माड्युल स्थापित किए गए हैं जो 239 स्क्वे.मी. क्षेत्र मे है एवं इसके उपयोग से बिजली बिल में प्रतिमाह औसत रुपए 35,000/- तक की बचत होगी। इस विद्युत ऊर्जा का उपयोग पिंपरी रेलवे स्टेशन को विद्युत आपूर्ति हेतु किया जाएगा, जिससे स्टेशन की आवश्यक दैनिक विद्युत ऊर्जा की जरूरतें पूर्ण होंगी तथा अतिरिक्त बिजली एमएसइडीसीएल को भेजी जाएगी। इस सौर ऊर्जा संयंत्र के फलस्वरूप कार्बन-डाई-ऑक्साईड उत्सर्जन में प्रति वर्ष 1451 टन कमी होगी जो कि कार्बन अवशोषण की दृष्टि से लगभग 2322 वृक्षों को लगाने के समान है।
नि:संदेह यह मध्य रेल पुणे मंडल की ओर से हरित भारत बनाने एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान है। ज्ञातव्य हो कि भारतीय रेल वर्ष 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के लिए वचनबद्ध है। मध्य रेल पुणे मंडल भी भारतीय रेल के इस लक्ष्य को साकार करने हेतु अपना सार्थक सहयोग देने के लिए प्रयासरत है। इस सौर ऊर्जा संयंत्र का स्थापित होना इसी दिशा में एक सराहनीय कदम है।
यह जानकारी पुणे रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री मनोज झंवर द्वारा दी गई है।

0 टिप्पणियाँ