पुणे, अप्रैल (जिमाका)
जिला पालक मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल के मार्गदर्शन एवं कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख की सुनियोजित योजना से जिले ने चालू वित्तीय वर्ष में शत-प्रतिशत निधि व्यय का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है तथा इसके माध्यम से जिले में अनेक विकास कार्य जिला शुरू हैं। जिला वार्षिक योजनान्तर्गत वर्ष 2023-24 में सामान्य योजना की विकास योजना के लिए पिछले वर्ष की तुलना में 130 करोड़ की पर्याप्त वृद्धि प्राप्त करने में भी हम सफल हुए हैं और अब यह योजना 1 हजार 5 करोड़ रुपये होने जा रही है।
जिले में विकास कार्य करते हुए सतत विकास के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए जिला वार्षिक योजना बनाई गई। अधोसंरचना निर्माण के साथ-साथ शिक्षा एवं पर्यटन पर विशेष ध्यान दिया गया। ग्रामीण सड़कों के लिए 93 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और 200 किमी ग्रामीण सड़कों के निर्माण की योजना बनाई गई है। साथ ही 41 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से 100 किमी अन्य जिला सड़कों की भी योजना बनाई गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं पर भी ध्यान दिया गया है और आंतरिक सड़क, कब्रिस्तान सुधार, घाट सुधार, नाली निर्माण, ग्राम पंचायत कार्यालय निर्माण आदि के लिए जिले की ग्राम पंचायतों को 236 करोड़ से अधिक की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। शहरी क्षेत्र में अधोसंरचना सुविधाओं के लिए 17 नगर पालिकाओं/नगर पंचायतों को 100 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
चूंकि 25 करोड़ रुपये छोटी सिंचाई और कोल्हापुर जैसे बांधों के लिए दिए गए हैं, इससे ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई को लाभ होगा। डॉ. पंजाबराव देशमुख ब्याज राहत योजना का लाभ किसानों को दिलाने के लिए जिला योजना समिति की राशि से 60 हजार 254 किसानों को 12 करोड़ 91 लाख रुपये दिए गए।
ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला परिषद विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं के लिए 36 करोड़ 50 लाख रुपये, जिला में कंप्यूटर प्रयोग विद्यालय, डिजिटल शिक्षण उपकरण, डिजिटल क्लास रूम के लिए 4 करोड़ 50 लाख रुपये दिए गए हैं। परिषद विद्यालय, महानगरपालिका क्षेत्र के स्कूलों के लिए एस्ट्रोनॉमी लैब और साइंस लैब के लिए 4 करोड़ 50 लाख प्रत्येक को दिए गए हैं।
युवाओं के खेल कौशल को बढ़ावा देने के लिए जिम उपकरण, ओपन जिम, खेल उपकरण के साथ-साथ कबड्डी, कुश्ती और खो-खो मैट की खरीद के लिए 16 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। श्री चतुश्रृंगी देवस्थान के विकास कार्यों के लिए 1.5 करोड़, जंगली महाराज देवस्थान के विकास कार्यों के लिए 60 लाख, ओंकारेश्वर एवं कसबा गणपति प्रत्येक के लिए 40-40 लाख तथा पत्थर के तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 20 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है।
पुणे शहर में पुलिस क्वार्टरों के सुधार के लिए 2 करोड़ रुपये, कोथरूड, दत्तवाड़ी थाने की मरम्मत के लिए 1.5 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। पुणे शहर और पुणे ग्रामीण पुलिस के लिए वाहनों की खरीद के लिए 2-2 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
बेहतर योजना के माध्यम से 100% धनराशि का वितरण
जिला वार्षिक योजना 2022-23 के तहत प्राप्त राशि का शत-प्रतिशत वितरण किया जा चुका है। जिला वार्षिक योजना (सामान्य) के लिये 875 करोड़ रुपये, जिला वार्षिक योजना (अनुसूचित जाति उपयोजना) के लिये 128 करोड़ 98 लाख रुपये एवं जिला वार्षिक योजना (जिला जनजाति उपयोजना) के लिये 54 करोड़ 10 लाख रुपये की धनराशि का वितरण किया गया है।
दिलचस्प बात यह है कि पालक मंत्री के प्रयासों से साकव निर्माण के आवंटन योजना के लिए मुख्यमंत्री की विशेष मान्यता से 16 करोड़ 50 लाख रुपयों की निधि समर्पित होने से रोकने को सफलता मिली है। जिले के विकास की योजना बनाते समय कम समय में शत-प्रतिशत धनराशि खर्च की जा चुकी है। इसके लिए जिला योजना पदाधिकारी किरण इंदलकर व उनके साथियों ने भी काफी मेहनत की।
चंद्रकांत पाटिल, पालक मंत्री- जिला वार्षिक योजना के तहत राशि खर्च करते समय जिला प्रधानता की जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया गया है। खर्च करते समय यह नागरिकों के काम भी आए इस बात का भी ध्यान रखा गया है। जिला योजना समिति के सभी सदस्यों, जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, सभी सरकारी एजेंसियों के सहयोग से जिले का सुनियोजित विकास हो सका है।
डॉ. राजेश देशमुख, कलेक्टर- जिला वार्षिक योजना की गतिविधियों का निर्धारण करते समय सतत विकास के उद्देश्यों एवं जिले की विकास योजना की भावी दिशा पर विशेष ध्यान दिया गया। जिले की विकास योजना तैयार करते समय जिले के विकास को गति देने वाले प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कारकों पर विचार किया गया। अनुत्पादक व्यय से बचने के लिए भी ध्यान दिया गया है।
जिला पालक मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल के मार्गदर्शन एवं कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख की सुनियोजित योजना से जिले ने चालू वित्तीय वर्ष में शत-प्रतिशत निधि व्यय का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है तथा इसके माध्यम से जिले में अनेक विकास कार्य जिला शुरू हैं। जिला वार्षिक योजनान्तर्गत वर्ष 2023-24 में सामान्य योजना की विकास योजना के लिए पिछले वर्ष की तुलना में 130 करोड़ की पर्याप्त वृद्धि प्राप्त करने में भी हम सफल हुए हैं और अब यह योजना 1 हजार 5 करोड़ रुपये होने जा रही है।
जिले में विकास कार्य करते हुए सतत विकास के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए जिला वार्षिक योजना बनाई गई। अधोसंरचना निर्माण के साथ-साथ शिक्षा एवं पर्यटन पर विशेष ध्यान दिया गया। ग्रामीण सड़कों के लिए 93 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और 200 किमी ग्रामीण सड़कों के निर्माण की योजना बनाई गई है। साथ ही 41 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से 100 किमी अन्य जिला सड़कों की भी योजना बनाई गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं पर भी ध्यान दिया गया है और आंतरिक सड़क, कब्रिस्तान सुधार, घाट सुधार, नाली निर्माण, ग्राम पंचायत कार्यालय निर्माण आदि के लिए जिले की ग्राम पंचायतों को 236 करोड़ से अधिक की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। शहरी क्षेत्र में अधोसंरचना सुविधाओं के लिए 17 नगर पालिकाओं/नगर पंचायतों को 100 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
चूंकि 25 करोड़ रुपये छोटी सिंचाई और कोल्हापुर जैसे बांधों के लिए दिए गए हैं, इससे ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई को लाभ होगा। डॉ. पंजाबराव देशमुख ब्याज राहत योजना का लाभ किसानों को दिलाने के लिए जिला योजना समिति की राशि से 60 हजार 254 किसानों को 12 करोड़ 91 लाख रुपये दिए गए।
ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला परिषद विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं के लिए 36 करोड़ 50 लाख रुपये, जिला में कंप्यूटर प्रयोग विद्यालय, डिजिटल शिक्षण उपकरण, डिजिटल क्लास रूम के लिए 4 करोड़ 50 लाख रुपये दिए गए हैं। परिषद विद्यालय, महानगरपालिका क्षेत्र के स्कूलों के लिए एस्ट्रोनॉमी लैब और साइंस लैब के लिए 4 करोड़ 50 लाख प्रत्येक को दिए गए हैं।
युवाओं के खेल कौशल को बढ़ावा देने के लिए जिम उपकरण, ओपन जिम, खेल उपकरण के साथ-साथ कबड्डी, कुश्ती और खो-खो मैट की खरीद के लिए 16 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। श्री चतुश्रृंगी देवस्थान के विकास कार्यों के लिए 1.5 करोड़, जंगली महाराज देवस्थान के विकास कार्यों के लिए 60 लाख, ओंकारेश्वर एवं कसबा गणपति प्रत्येक के लिए 40-40 लाख तथा पत्थर के तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 20 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है।
पुणे शहर में पुलिस क्वार्टरों के सुधार के लिए 2 करोड़ रुपये, कोथरूड, दत्तवाड़ी थाने की मरम्मत के लिए 1.5 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं। पुणे शहर और पुणे ग्रामीण पुलिस के लिए वाहनों की खरीद के लिए 2-2 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
बेहतर योजना के माध्यम से 100% धनराशि का वितरण
जिला वार्षिक योजना 2022-23 के तहत प्राप्त राशि का शत-प्रतिशत वितरण किया जा चुका है। जिला वार्षिक योजना (सामान्य) के लिये 875 करोड़ रुपये, जिला वार्षिक योजना (अनुसूचित जाति उपयोजना) के लिये 128 करोड़ 98 लाख रुपये एवं जिला वार्षिक योजना (जिला जनजाति उपयोजना) के लिये 54 करोड़ 10 लाख रुपये की धनराशि का वितरण किया गया है।
दिलचस्प बात यह है कि पालक मंत्री के प्रयासों से साकव निर्माण के आवंटन योजना के लिए मुख्यमंत्री की विशेष मान्यता से 16 करोड़ 50 लाख रुपयों की निधि समर्पित होने से रोकने को सफलता मिली है। जिले के विकास की योजना बनाते समय कम समय में शत-प्रतिशत धनराशि खर्च की जा चुकी है। इसके लिए जिला योजना पदाधिकारी किरण इंदलकर व उनके साथियों ने भी काफी मेहनत की।
चंद्रकांत पाटिल, पालक मंत्री- जिला वार्षिक योजना के तहत राशि खर्च करते समय जिला प्रधानता की जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया गया है। खर्च करते समय यह नागरिकों के काम भी आए इस बात का भी ध्यान रखा गया है। जिला योजना समिति के सभी सदस्यों, जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, सभी सरकारी एजेंसियों के सहयोग से जिले का सुनियोजित विकास हो सका है।
डॉ. राजेश देशमुख, कलेक्टर- जिला वार्षिक योजना की गतिविधियों का निर्धारण करते समय सतत विकास के उद्देश्यों एवं जिले की विकास योजना की भावी दिशा पर विशेष ध्यान दिया गया। जिले की विकास योजना तैयार करते समय जिले के विकास को गति देने वाले प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कारकों पर विचार किया गया। अनुत्पादक व्यय से बचने के लिए भी ध्यान दिया गया है।

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