हड़पसर, अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
मार्च परीक्षा का महीना। परीक्षा खत्म होते ही छुट्टियों का सीजन शुरू हो जाता है। जब छुट्टियां शुरू हुईं तब सैर-सपाटे, मौज-मस्ती, सारा हिसाब कैसे पहले से ही हो जाता है, लेकिन उनका क्या, जिनका कोई भी नहीं है?
क्या ये बच्चे यात्रा पर नहीं जाना चाहते और इसका आनंद लेना नहीं चाहते? ऐसे अनाथ बच्चों के लिए अस्तित्व कला मंच ने रेम्बो सर्कस का विशेष शो आयोजित किया गया। सर्कस हर किसी को पसंद होता है, हर कोई इसका आनंद लेता है। अस्तित्व कला मंच और उनकी टीम ने अनाथालय के करीब 170 बच्चों को सर्कस दिखाने की योजना बनाई।
सर्कस देखकर बच्चों के चेहरों पर खास खुशी झलक रही थी। सर्कस की कसरत देखते हुए बच्चे रोमांचित हुए। जोकर की एंट्री होते ही बच्चे जोर-जोर से तालियां बजाने लगे और खुशी से झूम उठे। उसके सपनों का जोकर उसके सामने खड़ा था, कुछ देर तक ये बच्चे अपने दुखों को भूलकर खुशी से नाच रहे थे। इस अवसर पर यहां बिग एफएम 95 के सुप्रसिद्ध जॉकी आर.जे. बंड्या, सिनेअभिनेता प्रणव पिंपलकर फिरोज खान, नागनाथ होनमाने, सई पिंपलकर, डॉ. महेश शेंडे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस पहल को सफल बनाने के लिए आनंदी वास्तु के आनंद पिंपलकर का बहुमूल्य सहयोग मिला। पहल का सफलतापूर्वक आयोजन योगेश गोंधले, डॉ. अश्विनी शेंडे, श्रुतिका चौधरी, अश्विनी सुपेकर और अस्तित्व कला मंच की टीम ने किया।
मार्च परीक्षा का महीना। परीक्षा खत्म होते ही छुट्टियों का सीजन शुरू हो जाता है। जब छुट्टियां शुरू हुईं तब सैर-सपाटे, मौज-मस्ती, सारा हिसाब कैसे पहले से ही हो जाता है, लेकिन उनका क्या, जिनका कोई भी नहीं है?
क्या ये बच्चे यात्रा पर नहीं जाना चाहते और इसका आनंद लेना नहीं चाहते? ऐसे अनाथ बच्चों के लिए अस्तित्व कला मंच ने रेम्बो सर्कस का विशेष शो आयोजित किया गया। सर्कस हर किसी को पसंद होता है, हर कोई इसका आनंद लेता है। अस्तित्व कला मंच और उनकी टीम ने अनाथालय के करीब 170 बच्चों को सर्कस दिखाने की योजना बनाई।
सर्कस देखकर बच्चों के चेहरों पर खास खुशी झलक रही थी। सर्कस की कसरत देखते हुए बच्चे रोमांचित हुए। जोकर की एंट्री होते ही बच्चे जोर-जोर से तालियां बजाने लगे और खुशी से झूम उठे। उसके सपनों का जोकर उसके सामने खड़ा था, कुछ देर तक ये बच्चे अपने दुखों को भूलकर खुशी से नाच रहे थे। इस अवसर पर यहां बिग एफएम 95 के सुप्रसिद्ध जॉकी आर.जे. बंड्या, सिनेअभिनेता प्रणव पिंपलकर फिरोज खान, नागनाथ होनमाने, सई पिंपलकर, डॉ. महेश शेंडे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस पहल को सफल बनाने के लिए आनंदी वास्तु के आनंद पिंपलकर का बहुमूल्य सहयोग मिला। पहल का सफलतापूर्वक आयोजन योगेश गोंधले, डॉ. अश्विनी शेंडे, श्रुतिका चौधरी, अश्विनी सुपेकर और अस्तित्व कला मंच की टीम ने किया।

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