शैलेंद्र बेल्हेकर द्वारा जानकारी
अरूणदादा बेल्हेकर युवा राष्ट्रनिर्माण संस्था की ओर से स्त्री-शक्ति पुरस्कार से सम्मानित पुरस्कार्थियों के साथ अरूणदादा बेल्हेकर युवा राष्ट्रनिर्माण संस्था के अध्यक्ष शैलेंद्र बेल्हेकर व अन्य उक्त चित्र में दिखाई दे रहे हैं।
हड़पसर, मार्च (ह.ए. प्रतिनिधि)
क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले स्त्री शक्ति की प्रेरणास्थान हैं। स्त्री शिक्षा की ज्ञानरूपी ज्योति जलाने में उनका बहुमूल्य योगदान है। आज घर-घर में ज्ञान की ज्योति प्रज्ज्वलित होने से ही हर घर शिक्षा की रोशनी से झिलमिला उठा है। यह विचार मांजरी बुद्रुक तंटामुक्ति समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र बेल्हेकर ने व्यक्त किए।
कोरोना संक्रमण के समय में खुद की जान की परवाह न करते हुए महिला चिकित्सक, परिचारिका, स्वास्थ्य सेविका, पुलिस, शिक्षिका, आंगनवाड़ी सेविका, आशा वर्कर, ग्रामपंचायत कर्मचारियों द्वारा किए गए सेवाभावी कार्य के लिए अरूणदादा बेल्हेकर युवा राष्ट्रनिर्माण संस्था संलग्न नेहरू युवा केंद्र संघटन पुणे की ओर से ‘स्त्री-शक्ति पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया गया, तब वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां नोबल हॉस्पिटल के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. दिलीप माने, डॉ. चारुदत्त आपटे, डॉ. सचिन आबने, डॉ. अमोल ससाने, डॉ. गणेश सातव, डॉ. नाना कोलपे, डॉ. अजय तावरे, हड़पसर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण कदम आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
नोबेल, ससून, सह्याद्री, आबणे, योग, लोटस हॉस्पिटल्स, हड़पसर व मुंढवा पुलिस स्टेशन, हड़पसर यातायात नियंत्रण शाखा, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सोनाई स्कूल, पूनावाला स्कूल, इनोवेरा स्कूल, कुंजीर स्कूल, के. पी. पॅरामेडिकल, जिला परिषद स्कूल के साथ अन्य विभिन्न जगहों पर जाकर 1 मार्च से 15 मार्च तक संस्था की ओर से 5000 महिलाओं को ‘स्त्री-शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। यह जानकारी अरूणदादा बेल्हेकर युवा राष्ट्रनिर्माण संस्था के अध्यक्ष शैलेंद्र बेल्हेकर द्वारा दी गई है।
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संयोजन स्वर्णा राव, शुभांगी शिंदे, अतुल रासकर, मीनाक्षी कुमकर, स्वप्निल शिवरकर, समीर घुले, अर्चना दूंगरवाल, रेश्मा लोणारे, सुनिल बनसोडे द्वारा किया गया।
हड़पसर, मार्च (ह.ए. प्रतिनिधि)
क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले स्त्री शक्ति की प्रेरणास्थान हैं। स्त्री शिक्षा की ज्ञानरूपी ज्योति जलाने में उनका बहुमूल्य योगदान है। आज घर-घर में ज्ञान की ज्योति प्रज्ज्वलित होने से ही हर घर शिक्षा की रोशनी से झिलमिला उठा है। यह विचार मांजरी बुद्रुक तंटामुक्ति समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र बेल्हेकर ने व्यक्त किए।
कोरोना संक्रमण के समय में खुद की जान की परवाह न करते हुए महिला चिकित्सक, परिचारिका, स्वास्थ्य सेविका, पुलिस, शिक्षिका, आंगनवाड़ी सेविका, आशा वर्कर, ग्रामपंचायत कर्मचारियों द्वारा किए गए सेवाभावी कार्य के लिए अरूणदादा बेल्हेकर युवा राष्ट्रनिर्माण संस्था संलग्न नेहरू युवा केंद्र संघटन पुणे की ओर से ‘स्त्री-शक्ति पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया गया, तब वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां नोबल हॉस्पिटल के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. दिलीप माने, डॉ. चारुदत्त आपटे, डॉ. सचिन आबने, डॉ. अमोल ससाने, डॉ. गणेश सातव, डॉ. नाना कोलपे, डॉ. अजय तावरे, हड़पसर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण कदम आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
नोबेल, ससून, सह्याद्री, आबणे, योग, लोटस हॉस्पिटल्स, हड़पसर व मुंढवा पुलिस स्टेशन, हड़पसर यातायात नियंत्रण शाखा, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सोनाई स्कूल, पूनावाला स्कूल, इनोवेरा स्कूल, कुंजीर स्कूल, के. पी. पॅरामेडिकल, जिला परिषद स्कूल के साथ अन्य विभिन्न जगहों पर जाकर 1 मार्च से 15 मार्च तक संस्था की ओर से 5000 महिलाओं को ‘स्त्री-शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। यह जानकारी अरूणदादा बेल्हेकर युवा राष्ट्रनिर्माण संस्था के अध्यक्ष शैलेंद्र बेल्हेकर द्वारा दी गई है।
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संयोजन स्वर्णा राव, शुभांगी शिंदे, अतुल रासकर, मीनाक्षी कुमकर, स्वप्निल शिवरकर, समीर घुले, अर्चना दूंगरवाल, रेश्मा लोणारे, सुनिल बनसोडे द्वारा किया गया।

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