पुणे, फरवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
वडगांवशेरी स्थित गणेशनगर के निवासियों ने बिजली प्रशासन की दिक्कतों से जनसेवक प्रदीप साठे को अवगत कराया। परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए निवासियों की ओर से दी गई फरियाद बिजली प्रशासन के समक्ष रखते हुए समस्या का पूरा समाधान प्रदीप साठे ने करके निवासियों को राहत देने में अहम भूमिका निभाई।
गणेशनगर 48/4, लेन नं 2, वडगांवशेरी परिसर ग्रामपंचायत में था तब से आज तक जब पुणे महानगरपालिका में शामिल किया गया फिर भी बिजली के खंभों पर पच्चीस साल से तारों का जाल और उसकी वजह से आनेवाली दिक्कतों से निवासियों ने जनसेवक प्रदीप साठे को अवगत कराया। इन तारों के जाल के कारण बड़े टेंपो व ट्रकों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी। त्यौहारों के दौरान शोभायात्रा निकालने में काफी दिक्कतें व परेशानी होती थीं। कई दशकों से ऐसी ही बिजली आपूर्ति की जा रही थी। नागरिकों की समस्या सुनने के बाद प्रदीप साठे ने वडगांवशेरी बिजली आपूर्ति उप अभियंता श्री कांबले से संपर्क करके उन्हें गणेशनगर के निवासियों को जो तारों का जाल और उसकी वजह से आनेवाली दिक्कतों के बारे में संक्षिप्त रूप से बताया। उन्होंने भी समस्या को मद्देनजर रखते हुए समस्या को गंभीरता से लिया और तुरंत पूरी लेन को तीन डीपी मंजूर करके काम शुरू कर दिया। सभी घरों की एक-एक इंच की बड़ी-बड़ी तारें बिछाकर और अंडरग्राउंड तारों का कंसल्टिंग करवाकार दिया।
वडगांवशेरी स्थित गणेशनगर के निवासियों ने बिजली प्रशासन की दिक्कतों से जनसेवक प्रदीप साठे को अवगत कराया। परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए निवासियों की ओर से दी गई फरियाद बिजली प्रशासन के समक्ष रखते हुए समस्या का पूरा समाधान प्रदीप साठे ने करके निवासियों को राहत देने में अहम भूमिका निभाई।
गणेशनगर 48/4, लेन नं 2, वडगांवशेरी परिसर ग्रामपंचायत में था तब से आज तक जब पुणे महानगरपालिका में शामिल किया गया फिर भी बिजली के खंभों पर पच्चीस साल से तारों का जाल और उसकी वजह से आनेवाली दिक्कतों से निवासियों ने जनसेवक प्रदीप साठे को अवगत कराया। इन तारों के जाल के कारण बड़े टेंपो व ट्रकों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी। त्यौहारों के दौरान शोभायात्रा निकालने में काफी दिक्कतें व परेशानी होती थीं। कई दशकों से ऐसी ही बिजली आपूर्ति की जा रही थी। नागरिकों की समस्या सुनने के बाद प्रदीप साठे ने वडगांवशेरी बिजली आपूर्ति उप अभियंता श्री कांबले से संपर्क करके उन्हें गणेशनगर के निवासियों को जो तारों का जाल और उसकी वजह से आनेवाली दिक्कतों के बारे में संक्षिप्त रूप से बताया। उन्होंने भी समस्या को मद्देनजर रखते हुए समस्या को गंभीरता से लिया और तुरंत पूरी लेन को तीन डीपी मंजूर करके काम शुरू कर दिया। सभी घरों की एक-एक इंच की बड़ी-बड़ी तारें बिछाकर और अंडरग्राउंड तारों का कंसल्टिंग करवाकार दिया।
लगभग पिछले तीस सालों से ज्यों की त्यों रहनेवाली यह समस्या मेरे जैसे आम सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा हल हो पाई है, इसका मुझे सार्थ अभिमान है। यह समस्या हल करने में एमईसीबी के श्री साबले मामा, श्री सचिन पाटिल व समस्त पदाधिकारियों ने यह कार्य करने में अहम योगदान दिया उनका मैं तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं। गणेशनगर मेरी जन्मभूमि-कर्मभूमि है। मेरे दरवाजे सबके लिए खुले हैं। आपके प्रश्न मेरे प्रश्न, मैं आगे भी सबकी समस्या को हल करने की पूरी कोशिश करता रहूंगा।
जनसेवक : प्रदीप साठे


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