पुणे, मार्च (जिमाका)
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ, नई दिल्ली एवं महाराष्ट्र राज्य सहकारी संघ मर्या. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पुणे के सहयोग से पद्म भूषण वसंतदादा पाटिल सभागृह में नागरी सहकारी बैंक, पतसंस्थाओं की महिला संचालिका, सदस्य और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व महापौर कमल व्यवहारे, सूचना उपसंचालक डॉ. पुरुषोत्तम पाटोदकर, महाराष्ट्र राज्य सहकारी संघ की मानद सचिव विद्या पाटिल, शिक्षण-प्रशिक्षण मुख्याधिकारी एम.डी. भोईर, सहकारी संस्था सहनिबंधक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनाली रावल-ठाकुर, सहकारी संस्था पुणे ग्रामीण के जिला उपनिबंधक प्रकाश जगताप आदि उपस्थित थे।
श्रीमती कमल व्यवहारे ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में महिलाओं को अपना प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। सहकारिता के क्षेत्र में महिलाओं ने अच्छा प्रदर्शन किया है। महाराष्ट्र राज्य सहकारी संघ सभी सहकारी समितियों के शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करता है। सहकारी संस्था के माध्यम से बाधाओं को दूर करने का कार्य किया जाता है। उन्होंने कार्य क्षेत्र में अन्य लोगों से संघ की ओर से आयोजित महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाने की अपील की।
यह गर्व की बात है कि आज के दौर में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। निदेशकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बैंकों और पतसंस्थाओं में काम करते समय नियमों को सख्ती से लागू किया जाए। काम करते समय आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। अच्छा स्वास्थ्य हमें सकारात्मक शारीरिक ऊर्जा देता है। कुल मिलाकर, यह हमारे कार्य प्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
उपसंचालक डॉ. पाटोदकर ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। आज महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। सहकारी क्षेत्र के माध्यम से महिलाएं दूसरों की मदद करने के साथ-साथ आत्म-उन्नति भी कर सकती हैं। उन्होंने उनसे अपील की कि वे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाकर अपने-अपने क्षेत्र में प्रगति करें और दूसरों को प्रोत्साहित करें।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी संघ के माध्यम से चलाई जा रही गतिविधियों और स्वयं सहायता समूह के माध्यम से समाज में किए जा रहे अच्छे कार्यों को समाज के सामने आने की जरूरत है ताकि दूसरों को भी प्रेरित किया जा सके।
उन्होंने बताया कि सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय के माध्यम से सरकार की जनकल्याणकारी गतिविधियों, योजनाओं एवं नीतियों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
श्रीमती पाटिल ने कहा, महिलाओं का जीवन एक संघर्ष है। वे इस संघर्ष भरे जीवन से रास्ता निकाल कर संसार की रेलगाड़ी को आगे बढ़ाती हैं। महिलाओं को सौंपे गए दायित्वों को वे बखूबी निभाती हैं।
श्रीमती भोईर ने कार्यक्रम का प्रास्ताविक किया। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी संघ के तहत 33 जिला सहकारी मंडल और 13 सहकारी प्रशिक्षण केंद्र काम कर रहे हैं।
महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुणे पीपुल्स को-ऑप. बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सदानंद दीक्षित ने सहकारी बैंकिंग की वर्तमान स्थिति, पतसंस्थाओं में बदलाव और संभावनाओं, बैंकिंग विनियमन अधिनियम में महत्वपूर्ण बदलाव और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की भूमिका और अपेक्षाओं के बारे में जानकारी दी।
सुनील शेटे ने व्यक्तित्व विकास, समय व्यवस्थापन, व्यावसाय मार्गदर्शन, श्री सावंत ने महिलाओं के लिए व्यवसाय व उसके लिए लगनेवाली वित्तीय सहायता और महिला सलाहकार भाग्यश्री सालुंके ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर मार्गदर्शन किया।


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