हड़पसर, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
वृद्धाश्रम की दादी-नानी से स्नेह से अपनेपन से उनकी खैरियत पूछकर उनकी प्रशंसा करें, जिससे वे अपने दुखों को भूल पाएं। उनमें नए जीवन की आशा उत्पन्न हो इस हेतु सप्ताह में कम से कम एक बार उन्हें अपने जीवन की एक खुशी के मौके के बारे में याद दिलाने की जरूरत है। वृद्धाश्रम की दादी-नानी अपने दुखों एवं दर्द को भूल पाएं, इसलिए उन्हें अपनेपन का एहसास दिलाएं। यह अनुरोध मानवतावादी समाजसेवा संघटना के संस्थापक अध्यक्ष गफ्फार खान ने किया है।
मानवतावादी समाजसेवा संघटना व रजनी दाणी की ओर से विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में हड़पसर के सिद्धी वृद्धाश्रम की दादी-नानी को गुलाबपुष्प, मिठाई व आवश्यक चीज़ें प्रदान करके उनके साथ यादें संजोगी गईं, तब गफ्फार खान बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां मानवतावादी समाजसेवा संघटना के सचिव अशोक जाधव, उपाध्यक्ष प्रकाश रावलकर, कार्यकारी सदस्य मेहमूदशा भंडारी, सलाहकार रजनी दाणी, आजीवन सदस्य अनिल जगताप, दत्तात्रय मुली, सुनील पाटेकर, कांतीलाल पवार, वृद्धाश्रम की संचालिका छाया सरवदे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर वृद्धाश्रम की दादी-नानीयों ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए गीत गाकर माहौल का मिजाज बदल दिया।
सिद्धी वृध्दाश्रम की संचालिका छाया सरवदे ने कहा कि असहायों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। निराधार और जरूरतमंदों को माया का सहारा देने व उनकी देखभाल करने में बड़ी संतुष्टि मिलती है। पुलिस स्टेशन और ससून अस्पताल से बेसहारा दादी-नानी को हमारे वृद्धाश्रम भेज दिया जाता है, हमें उनकी सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, इससे हम धन्य हुए हैं।
वृद्धाश्रम की दादी-नानी से स्नेह से अपनेपन से उनकी खैरियत पूछकर उनकी प्रशंसा करें, जिससे वे अपने दुखों को भूल पाएं। उनमें नए जीवन की आशा उत्पन्न हो इस हेतु सप्ताह में कम से कम एक बार उन्हें अपने जीवन की एक खुशी के मौके के बारे में याद दिलाने की जरूरत है। वृद्धाश्रम की दादी-नानी अपने दुखों एवं दर्द को भूल पाएं, इसलिए उन्हें अपनेपन का एहसास दिलाएं। यह अनुरोध मानवतावादी समाजसेवा संघटना के संस्थापक अध्यक्ष गफ्फार खान ने किया है।
मानवतावादी समाजसेवा संघटना व रजनी दाणी की ओर से विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में हड़पसर के सिद्धी वृद्धाश्रम की दादी-नानी को गुलाबपुष्प, मिठाई व आवश्यक चीज़ें प्रदान करके उनके साथ यादें संजोगी गईं, तब गफ्फार खान बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां मानवतावादी समाजसेवा संघटना के सचिव अशोक जाधव, उपाध्यक्ष प्रकाश रावलकर, कार्यकारी सदस्य मेहमूदशा भंडारी, सलाहकार रजनी दाणी, आजीवन सदस्य अनिल जगताप, दत्तात्रय मुली, सुनील पाटेकर, कांतीलाल पवार, वृद्धाश्रम की संचालिका छाया सरवदे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर वृद्धाश्रम की दादी-नानीयों ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए गीत गाकर माहौल का मिजाज बदल दिया।
सिद्धी वृध्दाश्रम की संचालिका छाया सरवदे ने कहा कि असहायों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। निराधार और जरूरतमंदों को माया का सहारा देने व उनकी देखभाल करने में बड़ी संतुष्टि मिलती है। पुलिस स्टेशन और ससून अस्पताल से बेसहारा दादी-नानी को हमारे वृद्धाश्रम भेज दिया जाता है, हमें उनकी सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, इससे हम धन्य हुए हैं।

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