मुख्य समाचार

6/recent/ticker-posts

प्रादेशिक पर्यटन योजनान्तर्गत सिंहगढ़ क्षेत्र के संरक्षण हेतु 3 करोड़ 75 लाख रुपये स्वीकृत

पुणे, अप्रैल (जिमाका)
कल्याण दरवाजा एवं सिंहगढ़ किले के क्षेत्र संरक्षण के लिए पालक मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल के प्रयासों से क्षेत्रीय पर्यटन योजना से 3 करोड़ 75 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है। पुरातत्व विभाग द्वारा अप्रैल के अंत तक इन कार्यों को शुरू कर दिया जाएगा।
जिले में सिंहगढ़ किले की विकास योजना का मामला कई वर्षों से लंबित था। जिला योजना समिति की बैठक में सिंहगढ़ किले के विकास का मुद्दा उठाया गया। उस समय पालक मंत्री श्री पाटिल ने जिले के प्राचीन मंदिरों, दुर्गों को वर्ष 2023-24 की जिला विकास योजना में सम्मिलित करने तथा उनके संरक्षण एवं संरक्षण की योजना बनाने के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए अधोसंरचनात्मक सुविधाओं के निर्माण की योजना बनाने का वचन दिया था।
चूंकि सिंहगढ़ किले का संरक्षण महत्वपूर्ण है, इसलिए पालक मंत्री ने 2022-23 में इसके लिए राशि उपलब्ध कराने का वादा भी किया था। इसी के तहत यह फंड रीजनल टूरिज्म प्लान से जुटाया गया है।
जिला वार्षिक योजना से 30 करोड़ का प्रावधान
जिला वार्षिक योजना से इस वर्ष जिले में दुर्गों के संरक्षण हेतु 30 करोड़ रुपये प्रदान करने की योजना है। पालक मंत्री पाटिल ने राज्य पुरातत्व विभाग के सहायक निदेशक को इस संबंध में विकास योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। जिला योजना समिति की आगामी बैठक में इन सभी कार्यों को स्वीकृति देकर अगले वर्ष मार्च के अंत तक इन कार्यों को पूर्ण करने की योजना है।
जिले में ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों का विकास
वर्ष 2023-24 में जिले की प्राचीन संरचनाओं एवं दुर्गों के संरक्षण, ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों के विकास को प्राथमिकता दी जायेगी। इससे जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उस संबंध में जिला वार्षिक योजना के माध्यम से भी प्लानिंग की जा रही है। कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख ने स्वयं इन कार्यों पर ध्यान दिया है और इसकी लगातार समीक्षा भी की जा रही है।
स्वराज रक्षक धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज मौजे तुलापुर का बलिदान स्थल हवेली और समाधि स्थल स्मारक वधु (बु.) शिरूर में 269 करोड़ 24 लाख की विकास योजना में कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर विकास योजना की निविदा प्रक्रिया जारी की गई। दोनों कार्यों को छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती से पहले शुरू करने की योजना है।
श्री क्षेत्र जेजुरी विकास योजना अंतर्गत 109 करोड़ 57 लाख की विकास योजना के कार्यों की निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुख्य मंदिर के संरक्षण कार्य के टेंडर के साथ विकास योजना की शुरुआत की जा रही है। ता. मावल में श्री संत जगनाडे महाराज विकास योजना को भी स्वीकृत किया गया है और 62 करोड़ 93 लाख रुपये की योजना शासन की स्वीकृति के लिए विभागीय आयुक्त कार्यालय को भेजी गई है।
43 करोड़ 23 लाख रूपए की अष्टविनायक विकास योजना मुख्य सचिव के अनुमोदन से मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली समिट कमेटी को स्वीकृति हेतु प्रस्तुत की गई है। शहीद शिवराम हरि राजगुरु स्मारक विकास योजना को संशोधित कर सरकार को सौंपा जा रहा है। जिला योजना पदाधिकारी किरण इंदलकर ने बताया है कि देश के क्रांतिकारियों के असीम बलिदान के स्थान को सभी को प्रेरित करने तथा इसे राष्ट्रीय स्तर का प्रेरणा केंद्र बनाने के लिए कम से कम 200 करोड़ की योजना बनाई जा रही है।
डॉ. राजेश देशमुख, कलेक्टर- पुरातत्व विभाग के माध्यम से ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों के कार्यों के दौरान मूल स्थापत्य एवं प्राचीन शैली से मिलते-जुलते कार्यों को देखने पर ध्यान दिया जायेगा। चूंकि किले राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक हैं, इसलिए इस इतिहास को संरक्षित करने को प्राथमिकता दी जा रही है। साथ ही इन कार्यों से जिले में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ