
संतरे के लिए नागपुर में शुरू किया जाएगा क्लीन प्लांट सेंटर, उत्पादकता बढ़ाने पर जोर
सरकारें बहना बना रही हैं, उनकी ताकत को कोई अनदेखा नहीं कर सकता
जलभराव व जंगली जानवरों से फसल को क्षति होने पर फसल बीमा योजना में मदद का किया प्रावधान
समारोह में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों को अच्छे पौधे मिलना चाहिए, अगर वो नर्सरी से ऐसा पौधा ले आया जिसमें कोई वायरस है, जो 2–4 साल में अपना असर दिखाएगा और प्लांट खराब हो जाएगा, अच्छा उत्पादन नहीं दे पाएगा तो किसान बर्बाद हो जाता है। पैसा पूरा खर्च हो जाता है, बाद में पछताने के अलावा कुछ नहीं रहता है, इसलिए संतरा उत्पादक किसानों की भलाई के लिए हम अच्छी नर्सरी चिन्हित करेंगे और उन्हें आर्थिक मदद व टेक्नॉलॉजिकल सपोर्ट देंगे। बड़ी नर्सरी को 4 करोड़ रु. तक और मध्यम या छोटी नर्सरी को 2 करोड़ रु. तक की सहायता करेंगे, जो अच्छा क्लीन प्लांट तैयार करेगी।

श्री शिवराज सिंह ने महिला कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में लाड़की बहना, मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना, बिहार में जीविका बहना, आजकल तो सरकारें बहनें ही बना रही हैं। उनकी ताकत को कोई अनदेखा नहीं कर सकता। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी लाड़की बहना लखपति बन जाएं, इसका प्रयत्न ज़रूरी है, उसमें एग्रो विज़न एक नई दिशा दे रहा है।

कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा कि किसान अन्नदाता है, मतलब जीवनदाता है और किसानों की सेवा मेरी ज़िंदगी का मिशन है, मेरे लिए भगवान की पूजा है। इस रूप में मैं कृषि मंत्री के नाते काम कर रहा हूं। महाराष्ट्र के किसान कई दिन से कह रहे थे कि पानी ज्यादा गिरा पानी, खेत में भर गया, उसमें फसल खराब हो गई, जलभराव से फसल खराब होने पर नुकसान का मुआवजा देने का प्रावधान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नहीं था, कई जगह किसान शिकायत करते थे कि जंगली जानवर उनकी फसल को नुकसान पहुंचा जाएं तो उसकी भरपाई नहीं होती थी। श्री शिवराज सिंह ने कहा कि अब हमने तय किया है कि जलभराव के कारण फसल खराब होगी तो उसकी भरपाई की जाएगी, इसका प्रावधान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल कर लिया गया है, वहीं जंगली जानवरों से भी फसलों को जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई भी फसल बीमा योजना में की जाएगी।

केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि आलू, प्याज, टमाटर जैसी फसल उगाने व स्थानीय स्तर पर ठीक दाम नहीं मिलने पर बड़े शहरों में ले जाने के लिए ट्रांसपोर्टेशन का भाड़ा बहुत ज्यादा लगने की किसानों की दिक्कत दूर करने के लिए केंद्र ने योजना बनाई है कि इन उपज का परिवहन का सारा खर्चा केंद्रीय कृषि विभाग उठाएगा।
कार्यक्रम में, फीड उपलब्धता को समर्थन देने के लिए राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड द्वारा नागपुर में 2027 से प्रारंभ किए जाने वाले 65 करोड़ रु. की लागत के प्लांट का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह व श्री गड़करी ने बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. मिनेश शाह की उपस्थिति में किया। एग्रो विजन के दौरान विभिन्न कृषि उत्पादों, उपकरणों, तकनीकी नवाचारों की प्रदर्शनी लगाई गई है, वहीं पहले दिन विशेषज्ञों ने जल संरक्षण, फसल विविधीकरण व आधुनिक कृषि विपणन पर विचार साझा किए।
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