छत्रपति संभाजीनगर–अहिल्यानगर सड़क की तुरंत मरम्मत की जाए : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
मुंबई, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)मंत्रालय में आयोजित मंत्रिमंडल पायाभूत सुविधा समिति की बैठक में पुणे–शिरूर राष्ट्रीय राजमार्ग के 53.4 किलोमीटर के चार लेन (एट-ग्रेड) तथा छह लेन ऊंचे मार्ग के साथ ही छत्रपति संभाजीनगर जिले के शेंद्रा औद्योगिक वसाहत से बिडकीन औद्योगिक वसाहत और बिडकीन से ढोरेगांव (छत्रपति संभाजीनगर–पुणे राजमार्ग) तक छह लेन सड़क निर्माण को मंजूरी दी गई।
इसके साथ ही नया ग्रीनफील्ड मार्ग — छत्रपति संभाजीनगर–जालना DMIC नोड क्रमांक 1, करमाड से बिडकीन होते हुए समृद्धि महामार्ग को छह लेन सड़क से जोड़ने की नई योजना को भी तत्वतः मंजूरी दी गई।
छत्रपति संभाजीनगर से अहिल्यानगर के बीच की वर्तमान सड़क की तत्काल मरम्मत कर नागरिकों की परेशानी कम की जाए, ऐसे निर्देश भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए।
बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे, सार्वजनिक बांधकाम मंत्री शिवेंद्रसिंह राजे भोसले तथा मुख्य सचिव राजेश कुमार उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पुणे से शिरूर के बीच छह लेन ऊंचा मार्ग और चार लेन एट-ग्रेड मार्ग का काम तीन वर्षों में पूरा किया जाए। सड़क कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा होना चाहिए। इसके निर्माण में कहीं भी देरी नहीं होनी चाहिए। पुणे से छत्रपति संभाजीनगर मार्ग पर पुणे–शिरूर खंड में औद्योगिक वसाहत होने से वाहन आवागमन अधिक है और भविष्य में वाहनों की संख्या बढ़ेगी, इसलिए यह परियोजना तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए।
पुणे–शिरूर मार्ग पर 35 किलोमीटर ऊंचे मार्ग में से 7.40 किलोमीटर की लंबाई में एट-ग्रेड सड़क, उसके ऊपर सड़क और उसके ऊपर मेट्रो लाइन — ऐसे वाया-डक्ट का निर्माण महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और महाराष्ट्र राज्य पायाभूत सुविधा विकास मंडल समन्वय से करेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में शेंद्रा (करमाड) से बिडकीन तक 32.8 किलोमीटर और बिडकीन से ढोरेगांव तक 26 किलोमीटर के छह लेन सड़क निर्माण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण तुरंत आरंभ किया जाए।
बैठक में सार्वजनिक बांधकाम विभाग की अपर मुख्य सचिव मनीषा म्हैसकर ने प्रस्तुतीकरण किया। अपर मुख्य सचिव (वित्त) ओ. पी. गुप्ता, प्रधान सचिव (विधि एवं न्याय) सुवर्णा केवले, महाराष्ट्र राज्य पायाभूत सुविधा विकास मंडल के प्रबंध निदेशक ब्रिजेश दीक्षित और महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्रावण हर्डीकर भी उपस्थित थे।
इसके साथ ही नया ग्रीनफील्ड मार्ग — छत्रपति संभाजीनगर–जालना DMIC नोड क्रमांक 1, करमाड से बिडकीन होते हुए समृद्धि महामार्ग को छह लेन सड़क से जोड़ने की नई योजना को भी तत्वतः मंजूरी दी गई।
छत्रपति संभाजीनगर से अहिल्यानगर के बीच की वर्तमान सड़क की तत्काल मरम्मत कर नागरिकों की परेशानी कम की जाए, ऐसे निर्देश भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए।
बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे, सार्वजनिक बांधकाम मंत्री शिवेंद्रसिंह राजे भोसले तथा मुख्य सचिव राजेश कुमार उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पुणे से शिरूर के बीच छह लेन ऊंचा मार्ग और चार लेन एट-ग्रेड मार्ग का काम तीन वर्षों में पूरा किया जाए। सड़क कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा होना चाहिए। इसके निर्माण में कहीं भी देरी नहीं होनी चाहिए। पुणे से छत्रपति संभाजीनगर मार्ग पर पुणे–शिरूर खंड में औद्योगिक वसाहत होने से वाहन आवागमन अधिक है और भविष्य में वाहनों की संख्या बढ़ेगी, इसलिए यह परियोजना तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए।
पुणे–शिरूर मार्ग पर 35 किलोमीटर ऊंचे मार्ग में से 7.40 किलोमीटर की लंबाई में एट-ग्रेड सड़क, उसके ऊपर सड़क और उसके ऊपर मेट्रो लाइन — ऐसे वाया-डक्ट का निर्माण महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और महाराष्ट्र राज्य पायाभूत सुविधा विकास मंडल समन्वय से करेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में शेंद्रा (करमाड) से बिडकीन तक 32.8 किलोमीटर और बिडकीन से ढोरेगांव तक 26 किलोमीटर के छह लेन सड़क निर्माण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण तुरंत आरंभ किया जाए।
बैठक में सार्वजनिक बांधकाम विभाग की अपर मुख्य सचिव मनीषा म्हैसकर ने प्रस्तुतीकरण किया। अपर मुख्य सचिव (वित्त) ओ. पी. गुप्ता, प्रधान सचिव (विधि एवं न्याय) सुवर्णा केवले, महाराष्ट्र राज्य पायाभूत सुविधा विकास मंडल के प्रबंध निदेशक ब्रिजेश दीक्षित और महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्रावण हर्डीकर भी उपस्थित थे।
