मुंबई, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के 69 वें महापरिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में चैत्यभूमि, मुंबई में श्रद्धांजली अर्पित करने आने वाले आगंतुकों के लिए तैयार की गई निर्देश पुस्तिका और भित्ति–पत्रक का प्रकाशन राज्यपाल आचार्य देवव्रत के हस्ते रविवार (दि. 3०) को राजभवन, मुंबई में किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल महोदय ने डॉ. आंबेडकर के जीवन–कार्य का गौरव किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ आर्य समाज नेता आत्माराम अमृतसरी ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेजने में सहायता और सिफारिश की थी।
इस अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल महोदय ने डॉ. आंबेडकर के जीवन–कार्य का गौरव किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ आर्य समाज नेता आत्माराम अमृतसरी ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेजने में सहायता और सिफारिश की थी।
राज्यपाल ने बताया कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा अभिप्रेत समरसता और बंधुत्व के मूल्यों के प्रचार–प्रसार के लिए उन्होंने विभिन्न तहसीलों का दौरा करने का उपक्रम हाथ में लिया है। अब तक वे गुजरात के 11 गाँवों का दौरा कर चुके हैं, जहाँ ग्राम–स्वच्छता, वृक्षारोपण, ग्रामसभा, दलित–आदिवासी परिवारों के घर भोजन, स्कूल में रुकना और अगले दिन खेतों में जाकर लोगों को प्राकृतिक खेती का महत्व समझाने का अभियान उन्होंने शुरू किया है। महाराष्ट्र में भी यह उपक्रम आरंभ किया जाएगा, ऐसी जानकारी उन्होंने दी।
इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य त्रिभाषा नीति समिति के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र जाधव, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर महापरिनिर्वाण दिवस समन्वय समिति के महासचिव नागसेन कांबळे तथा समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल महोदय ने डॉ. आंबेडकर के जीवन–कार्य का गौरव किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ आर्य समाज नेता आत्माराम अमृतसरी ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेजने में सहायता और सिफारिश की थी।
इस अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल महोदय ने डॉ. आंबेडकर के जीवन–कार्य का गौरव किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ आर्य समाज नेता आत्माराम अमृतसरी ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेजने में सहायता और सिफारिश की थी।
राज्यपाल ने बताया कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा अभिप्रेत समरसता और बंधुत्व के मूल्यों के प्रचार–प्रसार के लिए उन्होंने विभिन्न तहसीलों का दौरा करने का उपक्रम हाथ में लिया है। अब तक वे गुजरात के 11 गाँवों का दौरा कर चुके हैं, जहाँ ग्राम–स्वच्छता, वृक्षारोपण, ग्रामसभा, दलित–आदिवासी परिवारों के घर भोजन, स्कूल में रुकना और अगले दिन खेतों में जाकर लोगों को प्राकृतिक खेती का महत्व समझाने का अभियान उन्होंने शुरू किया है। महाराष्ट्र में भी यह उपक्रम आरंभ किया जाएगा, ऐसी जानकारी उन्होंने दी।
इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य त्रिभाषा नीति समिति के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र जाधव, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर महापरिनिर्वाण दिवस समन्वय समिति के महासचिव नागसेन कांबळे तथा समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

0 टिप्पणियाँ