मुंबई, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सशक्त, तेज़ और जनोन्मुख बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई – Artificial Intelligence) तकनीक का प्रभावी उपयोग किया जाए, ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए।
‘वर्षा’ शासकीय निवास पर आयोजित सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में ‘समग्र’ संस्था की ओर से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि आधुनिक तकनीक के उचित उपयोग से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि होगी, उपचार अधिक सटीक और समय पर मिल सकेगा तथा ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों के नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रभावी रूप से पहुँचाई जा सकेंगी। आज के डिजिटल युग में स्वास्थ्य व्यवस्था का डिजिटलीकरण और एआई आधारित समाधान अत्यंत आवश्यक हैं, यह उन्होंने स्पष्ट किया।
उन्होंने स्वास्थ्य संस्थानों की स्टार रेटिंग, स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा रिपोर्ट, स्वास्थ्य हेल्पलाइन, स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण तथा सेवा गुणवत्ता की नियमित समीक्षा जैसे उपक्रमों का उल्लेख किया। इन पहलों से नागरिकों का स्वास्थ्य सेवाओं पर विश्वास और अधिक सुदृढ़ होगा, ऐसा मुख्यमंत्री ने कहा।
बैठक के दौरान ‘आपले गाव, आरोग्य संपन्न गाव’ योजना, पॉलिएटिव केयर, सिकल सेल रोग के उपचार, चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने, चिकित्सा अधिकारियों के मानधन में वृद्धि तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत संविदा कर्मचारियों को शीघ्र नियमित करने जैसी मांगें रखी गईं। इसके साथ ही आयुष निदेशक, प्रशिक्षण निदेशक तथा नर्सिंग क्षेत्र में नए पद सृजित करने की आवश्यकता भी अधिकारियों द्वारा व्यक्त की गई।
इन सभी मुद्दों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने आश्वासन दिया कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिए सरकार की ओर से आवश्यक सभी सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य क्षेत्र में मानव संसाधन, बुनियादी ढांचा और तकनीक के समन्वय से दीर्घकालिक सुधारों पर सरकार का विशेष ध्यान रहेगा।
इस बैठक में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. निपुण विनायक, सचिव ई. रविंद्रन, चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव धीरज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्रीकर परदेशी, स्वास्थ्य सेवा आयुक्त डॉ. कादंबरी बलकवडे, स्वास्थ्य संचालक डॉ. नितिन अंबाडेकर, समग्र संस्था के प्रतिनिधि गौरव गोयल तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
‘वर्षा’ शासकीय निवास पर आयोजित सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में ‘समग्र’ संस्था की ओर से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने कहा कि आधुनिक तकनीक के उचित उपयोग से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि होगी, उपचार अधिक सटीक और समय पर मिल सकेगा तथा ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों के नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रभावी रूप से पहुँचाई जा सकेंगी। आज के डिजिटल युग में स्वास्थ्य व्यवस्था का डिजिटलीकरण और एआई आधारित समाधान अत्यंत आवश्यक हैं, यह उन्होंने स्पष्ट किया।
उन्होंने स्वास्थ्य संस्थानों की स्टार रेटिंग, स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा रिपोर्ट, स्वास्थ्य हेल्पलाइन, स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण तथा सेवा गुणवत्ता की नियमित समीक्षा जैसे उपक्रमों का उल्लेख किया। इन पहलों से नागरिकों का स्वास्थ्य सेवाओं पर विश्वास और अधिक सुदृढ़ होगा, ऐसा मुख्यमंत्री ने कहा।
बैठक के दौरान ‘आपले गाव, आरोग्य संपन्न गाव’ योजना, पॉलिएटिव केयर, सिकल सेल रोग के उपचार, चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने, चिकित्सा अधिकारियों के मानधन में वृद्धि तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत संविदा कर्मचारियों को शीघ्र नियमित करने जैसी मांगें रखी गईं। इसके साथ ही आयुष निदेशक, प्रशिक्षण निदेशक तथा नर्सिंग क्षेत्र में नए पद सृजित करने की आवश्यकता भी अधिकारियों द्वारा व्यक्त की गई।
इन सभी मुद्दों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने आश्वासन दिया कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिए सरकार की ओर से आवश्यक सभी सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य क्षेत्र में मानव संसाधन, बुनियादी ढांचा और तकनीक के समन्वय से दीर्घकालिक सुधारों पर सरकार का विशेष ध्यान रहेगा।
इस बैठक में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. निपुण विनायक, सचिव ई. रविंद्रन, चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव धीरज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्रीकर परदेशी, स्वास्थ्य सेवा आयुक्त डॉ. कादंबरी बलकवडे, स्वास्थ्य संचालक डॉ. नितिन अंबाडेकर, समग्र संस्था के प्रतिनिधि गौरव गोयल तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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