हड़पसर, जनवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
शिक्षक सामाजिक इंजीनियर होते हैं। शिक्षक छात्रों को अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा दे रहे हैं, इसलिए समाज में वकील, इंजीनियर, डॉक्टर, प्रोफेसर और बुद्धिमान नागरिक निर्माण हो रहे हैं इसलिए शिक्षक एक तरह के सामाजिक इंजीनियर होते हैं। यह विचार म.रा.प.प.पुणे के पूर्व सहायक आयुक्त अनिल गुंजाल ने व्यक्त किए।
ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों में छिपे सुप्तगुणों को बढ़ावा मिल सके, इस मुख्य उद्देश्य से हस्तलेखन, चित्रकला, वक्तृत्व निबंध प्रतियोगिता व माऊली दौड़ का आयोजन माऊली प्रतिष्ठान की ओर से उंबरे (पागे) ता. पंढरपुर में किया गया था। केंद्रीय स्तर की प्रतियोगिता में पहले तीन विजेताओं को प्रमाणपत्र, ट्रॉफी और शील्ड से सम्मानित किया गया तब आयोजित किए गए समारोह में प्रमुख वक्ता के रूप में वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां मालवन, जिला सिंधुदुर्ग के पूर्व गुटशिक्षणाधिकारी दत्तात्रय मुलीक, म. शंकरराव मोहिते पाटिल प्रशाला शंकरनगर (अकलूज) के पूर्व प्राचार्य बी.के.मुले, सरपंच कांताबाई शिंदे, उपसरपंच नागनाथ कानगुडे, माऊली प्रतिष्ठान के अध्यक्ष शंकर डुबल, सचिव मारुति थिटे, सद्गुरु गजानन महाराज ग्रामीण विकास मंडल उंबरे (पागे) सचिव बी. बी. पाटिल, अध्यक्ष राजाराम नरसाले, मुख्याध्यापक भलरत शिंदे , ज्ञानदेव ढोबले, सागर थिटे, माऊली प्रतिष्ठान के अभिषेक फलले, सुधिर नाचणे, तंटामुक्ति अध्यक्ष अनिरुद्ध मुजमुले, पूर्व सरपंच भारत वावरे, ग्रामपंचायत सदस्य ब्रह्मदेव कानगुडे आदि के साथ अन्य अतिथिगण प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर गुरुवर्य प्रा.बी.के.मुले को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
उपस्थित अतिथिगणों का स्वागत प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष सागर थिटे ने किया। प्रास्ताविक प्रतिष्ठान के सचिव व सोलापुर के पूर्व उपशिक्षणाधिकारी मारुति थिटे और सूत्र संचालन बी.एल.शिंदे ने किया।
शिक्षक सामाजिक इंजीनियर होते हैं। शिक्षक छात्रों को अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा दे रहे हैं, इसलिए समाज में वकील, इंजीनियर, डॉक्टर, प्रोफेसर और बुद्धिमान नागरिक निर्माण हो रहे हैं इसलिए शिक्षक एक तरह के सामाजिक इंजीनियर होते हैं। यह विचार म.रा.प.प.पुणे के पूर्व सहायक आयुक्त अनिल गुंजाल ने व्यक्त किए।
ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों में छिपे सुप्तगुणों को बढ़ावा मिल सके, इस मुख्य उद्देश्य से हस्तलेखन, चित्रकला, वक्तृत्व निबंध प्रतियोगिता व माऊली दौड़ का आयोजन माऊली प्रतिष्ठान की ओर से उंबरे (पागे) ता. पंढरपुर में किया गया था। केंद्रीय स्तर की प्रतियोगिता में पहले तीन विजेताओं को प्रमाणपत्र, ट्रॉफी और शील्ड से सम्मानित किया गया तब आयोजित किए गए समारोह में प्रमुख वक्ता के रूप में वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां मालवन, जिला सिंधुदुर्ग के पूर्व गुटशिक्षणाधिकारी दत्तात्रय मुलीक, म. शंकरराव मोहिते पाटिल प्रशाला शंकरनगर (अकलूज) के पूर्व प्राचार्य बी.के.मुले, सरपंच कांताबाई शिंदे, उपसरपंच नागनाथ कानगुडे, माऊली प्रतिष्ठान के अध्यक्ष शंकर डुबल, सचिव मारुति थिटे, सद्गुरु गजानन महाराज ग्रामीण विकास मंडल उंबरे (पागे) सचिव बी. बी. पाटिल, अध्यक्ष राजाराम नरसाले, मुख्याध्यापक भलरत शिंदे , ज्ञानदेव ढोबले, सागर थिटे, माऊली प्रतिष्ठान के अभिषेक फलले, सुधिर नाचणे, तंटामुक्ति अध्यक्ष अनिरुद्ध मुजमुले, पूर्व सरपंच भारत वावरे, ग्रामपंचायत सदस्य ब्रह्मदेव कानगुडे आदि के साथ अन्य अतिथिगण प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर गुरुवर्य प्रा.बी.के.मुले को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
उपस्थित अतिथिगणों का स्वागत प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष सागर थिटे ने किया। प्रास्ताविक प्रतिष्ठान के सचिव व सोलापुर के पूर्व उपशिक्षणाधिकारी मारुति थिटे और सूत्र संचालन बी.एल.शिंदे ने किया।

0 टिप्पणियाँ