बालभारती का 56वां स्थापना समारोह संपन्न
पुणे, जनवरी (जिमाका)
राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि आगामी शैक्षणिक वर्ष से मातृभाषा के माध्यम से उच्च शिक्षा प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है।
वे बालभारती के 56वें स्थापना दिन के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा सचिव रंजीत सिंह देओल, वरिष्ठ समीक्षक एवं प्रमुख वक्ता डॉ. श्रीपाल सबनीस, राज्य बोर्ड के अध्यक्ष शरद गोसावी, राज्य बोर्ड की सचिव अनुराधा ओक, उप निदेशक औदुम्बर उकिरडे, शिक्षक, अभिभावक, छात्र और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘परीक्षा पर चर्चा-2023’ का सीधा प्रसारण मार्गदर्शन भाषण छात्रों को दिखाया गया।
बालभारती जयंती के अवसर पर सभी को बधाई देते हुए श्री केसरकर ने कहा कि बालभारती का हमारे जीवन में बहुत खास स्थान और महत्व है। बालभारती का शिक्षा के क्षेत्र में अब तक का योगदान अत्यंत मूल्यवान है। यद्यपि बालभारती एक पुस्तक निर्माण विभाग है, तथापि भविष्य के लिए चित्रफीति के माध्यम से बच्चों को शिक्षा की सुविधा दी जा रही है।
देश में नई शिक्षा नीति लागू की जा रही है। यह छात्रों को नए अवसर प्रदान करेगी। अगले 10 सालों में भारत दुनिया का सबसे युवा देश होगा। विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ व्यक्तित्व का विकास कर भारत का नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि इंजीनियर, डॉक्टर ही एकमात्र कैरियर क्षेत्र नहीं है, छात्रों को अपनी रुचि के क्षेत्र का चयन करना चाहिए और उसमें उत्कृष्ट कार्य करना चाहिए।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के ‘परीक्षा पर चर्चा-2023’ कार्यक्रम में दिए गए मार्गदर्शन से परीक्षा के समय छात्रों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने आगामी 10वीं-12वीं की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को परीक्षाओं का अच्छी तरह से सामना करने और परीक्षा के तनाव के बिना सफल होने की कामना की।
इस अवसर पर किशोर विभाग के जीर्णोद्धार का शुभारंभ स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने किया। इस समारोह में बालभारती के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि आगामी शैक्षणिक वर्ष से मातृभाषा के माध्यम से उच्च शिक्षा प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है।
वे बालभारती के 56वें स्थापना दिन के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा सचिव रंजीत सिंह देओल, वरिष्ठ समीक्षक एवं प्रमुख वक्ता डॉ. श्रीपाल सबनीस, राज्य बोर्ड के अध्यक्ष शरद गोसावी, राज्य बोर्ड की सचिव अनुराधा ओक, उप निदेशक औदुम्बर उकिरडे, शिक्षक, अभिभावक, छात्र और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘परीक्षा पर चर्चा-2023’ का सीधा प्रसारण मार्गदर्शन भाषण छात्रों को दिखाया गया।
बालभारती जयंती के अवसर पर सभी को बधाई देते हुए श्री केसरकर ने कहा कि बालभारती का हमारे जीवन में बहुत खास स्थान और महत्व है। बालभारती का शिक्षा के क्षेत्र में अब तक का योगदान अत्यंत मूल्यवान है। यद्यपि बालभारती एक पुस्तक निर्माण विभाग है, तथापि भविष्य के लिए चित्रफीति के माध्यम से बच्चों को शिक्षा की सुविधा दी जा रही है।
देश में नई शिक्षा नीति लागू की जा रही है। यह छात्रों को नए अवसर प्रदान करेगी। अगले 10 सालों में भारत दुनिया का सबसे युवा देश होगा। विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ व्यक्तित्व का विकास कर भारत का नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि इंजीनियर, डॉक्टर ही एकमात्र कैरियर क्षेत्र नहीं है, छात्रों को अपनी रुचि के क्षेत्र का चयन करना चाहिए और उसमें उत्कृष्ट कार्य करना चाहिए।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के ‘परीक्षा पर चर्चा-2023’ कार्यक्रम में दिए गए मार्गदर्शन से परीक्षा के समय छात्रों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने आगामी 10वीं-12वीं की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को परीक्षाओं का अच्छी तरह से सामना करने और परीक्षा के तनाव के बिना सफल होने की कामना की।
इस अवसर पर किशोर विभाग के जीर्णोद्धार का शुभारंभ स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने किया। इस समारोह में बालभारती के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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