पुणे रेल मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक बृजेश कुमार सिंह की प्रमुख उपस्थिति में सातारा स्थित उपमुख्य इंजीनियर (निर्माण) कार्यालय में फ्रंट लाइन कर्मचारियों के लिए प्राथमिक चिकित्सा उपचार तथा सीपीआर तकनीक के बारे में प्रायोगिक सत्र आयोजित किया गया।
सेफ्टी विभाग के समन्वय से हुए इस सत्र में पुणे रेल अस्पताल की अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीति आहुजा तथा उनकी टीम ने इंजीनियरिंग, सिग्नल, ऑपरेटिंग, कमर्शियल, रेल सुरक्षा बल तथा अन्य विभागों के 92 कर्मचारियों को प्रेक्टिकल, डेमो तथा वीडियो के माध्यम से सीपीआर, ऑन द स्पॉट उपचार के टिप्स, चेतना का विकार, मानव शरीर द्वारा तबीयत ठीक नहीं होने पर दिए जाने वाले महत्वपूर्ण संकेत, घाव, फ्रैक्चर, रक्तस्राव नियंत्रण, हड्डी और जोड़ों की चोट, स्प्लिंटिंग, जलन और अन्य आपात दुर्घटना स्थिति, पीड़ितों का परिवहन आदि स्थितियों में किए जाने वाले प्राथमिक चिकित्सा उपचारों के बारे में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। हाल ही में कोल्हापुर स्थित कोचिंग डिपो में भी इस तरह का एक सत्र आयोजित किया गया था, जिसमें मिरज के डॉ. जॉन वेस्ली तथा उनकी टीम ने विभिन्न विभागों के 130 कर्मचारियों को प्राथमिक चिकित्सा उपचार तथा सीपीआर तकनीक के बारे में प्रशिक्षित किया।
अपर मंडल रेल प्रबंधक बृजेश कुमार सिंह ने इस आयोजन के सफल आयोजन पर कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण सत्र नियमित रूप से अन्य स्टेशनों पर भी किए जाएंगे ताकि इमरजेंसी की स्थिति में मौके पर ही कर्मचारी को अपने प्रशिक्षित साथियों के सहयोग से तुरन्त प्रारंभिक उपचार करके राहत दी जा सके। कार्यक्रम का संयोजन डिविजनल सेफ्टी अधिकारी देवेन्द्र कुमार तथा सहायक मंडल सेफ्टी अधिकारी एस. यू. बनसोडे ने किया। कार्यशाला के दौरान सेफ्टी विभाग के सेफ्टी काउंसलर धनंजय चंद्रात्रे, एन. त्यागराजन ने भी सहयोग दिया।
यह जानकारी पुणे रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री मनोज झंवर द्वारा दी गई है।
सेफ्टी विभाग के समन्वय से हुए इस सत्र में पुणे रेल अस्पताल की अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीति आहुजा तथा उनकी टीम ने इंजीनियरिंग, सिग्नल, ऑपरेटिंग, कमर्शियल, रेल सुरक्षा बल तथा अन्य विभागों के 92 कर्मचारियों को प्रेक्टिकल, डेमो तथा वीडियो के माध्यम से सीपीआर, ऑन द स्पॉट उपचार के टिप्स, चेतना का विकार, मानव शरीर द्वारा तबीयत ठीक नहीं होने पर दिए जाने वाले महत्वपूर्ण संकेत, घाव, फ्रैक्चर, रक्तस्राव नियंत्रण, हड्डी और जोड़ों की चोट, स्प्लिंटिंग, जलन और अन्य आपात दुर्घटना स्थिति, पीड़ितों का परिवहन आदि स्थितियों में किए जाने वाले प्राथमिक चिकित्सा उपचारों के बारे में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। हाल ही में कोल्हापुर स्थित कोचिंग डिपो में भी इस तरह का एक सत्र आयोजित किया गया था, जिसमें मिरज के डॉ. जॉन वेस्ली तथा उनकी टीम ने विभिन्न विभागों के 130 कर्मचारियों को प्राथमिक चिकित्सा उपचार तथा सीपीआर तकनीक के बारे में प्रशिक्षित किया।
अपर मंडल रेल प्रबंधक बृजेश कुमार सिंह ने इस आयोजन के सफल आयोजन पर कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण सत्र नियमित रूप से अन्य स्टेशनों पर भी किए जाएंगे ताकि इमरजेंसी की स्थिति में मौके पर ही कर्मचारी को अपने प्रशिक्षित साथियों के सहयोग से तुरन्त प्रारंभिक उपचार करके राहत दी जा सके। कार्यक्रम का संयोजन डिविजनल सेफ्टी अधिकारी देवेन्द्र कुमार तथा सहायक मंडल सेफ्टी अधिकारी एस. यू. बनसोडे ने किया। कार्यशाला के दौरान सेफ्टी विभाग के सेफ्टी काउंसलर धनंजय चंद्रात्रे, एन. त्यागराजन ने भी सहयोग दिया।
यह जानकारी पुणे रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री मनोज झंवर द्वारा दी गई है।


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