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डेक्कन ओडिसी ट्रेन-2.0 से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा : पर्यटन मंत्री गिरीश महाजन

मुंबई, सितंबर (महासंवाद)
डेक्कन ओडिसी ट्रेन-2.0 इस शानदार और आरामदायक ट्रेन का मुख्य उद्देश्य राज्य के पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों से परिचित कराना है। पर्यटन मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि डेक्कन ओडिसी ट्रेन 2.0 के नए स्वरूप से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन मंत्री श्री महाजन एवं विधानसभा अध्यक्ष एड. राहुल नार्वेकर ने हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की, तब पर्यटन मंत्री श्री महाजन बोल रहे थे। ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद ट्रेन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से ठाणे और पनवेल से फिर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस तक चली। इस अवसर पर पर्यटन एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की प्रमुख सचिव राधिका रस्तोगी, सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय की महानिदेशक जयश्री भोज, महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम की प्रबंध निदेशक श्रद्धा जोशी, पर्यटन निदेशक डॉ. बी. एन. पाटिल, महाप्रबंधक चन्द्रशेखर जयसवाल सहित भारतीय रेलवे के अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री श्री महाजन ने कहा कि इस ट्रेन में पर्यटकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं एवं सेवाएं उपलब्ध करायी गयी हैं। डेक्कन ओडिसी (अल्ट्रा लग्जरी ट्रेन) न केवल राज्य बल्कि देश की सबसे लग्जरी ट्रेन है। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक ट्रेन के माध्यम से पांच सितारा होटलों का अनुभव ले सकते हैं। इस ट्रेन के शुरू होने से अंतरराष्ट्रीय पर्यटक राज्य के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर आनंद उठा सकेंगे। पुरानी ट्रेन में अब कई बदलाव किए गए हैं और इसमें कुल 21 डिब्बे हैं। इसमें 40 डीलक्स सुइट और दो प्रेसिडेंशियल सुइट हैं। इसके अलावा 1 कॉन्फ्रेंस हॉल भी है। इसके अलावा हेल्थ स्पा, जनरेटर वैन, जिम, केबल टीवी, इंटरनेट, लाइब्रेरी, म्यूजिक प्लेयर जैसी सुविधाएं हैं।
पर्यटन विकास को मिलेगा बढ़ावा : विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट राहुल नार्वेकर
विधानसभा अध्यक्ष एड. नार्वेकर ने कहा कि देश की मशहूर रेलवे में से एक इस ट्रेन के शुरू होने से राज्य के पर्यटन विकास को गति मिलेगी। विदेशी पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय और पर्यटकों को बेसब्री से इंतजार करने वाली डेक्कन ओडिसी ट्रेन अब नए रूप में चलने जा रही है। यह हमारे लिए गर्व और खुशी की बात है। पर्यटक इस ट्रेन के माध्यम से पर्यटन का आनंद उठायें।
वह ट्रेन जिसने महाराष्ट्र को पर्यटन मानचित्र पर ला दिया
इस परियोजना के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की मंजूरी मिलने के बाद वर्ष 2003 में रेलवे के चेन्नई कारखाने में डेक्कन ओडिसी नामक एक आरामदायक ट्रेन का उत्पादन किया गया था। साल 2004 में डेक्कन ओडिसी ट्रेन का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था और ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। शानदार और आरामदायक डेक्कन ओडिसी ट्रेन को 2004-2020 तक बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया मिली, लेकिन साल 2020-21 में आए ‘कोविड’ के कारण अन्य रेलवे की तरह डेक्कन ओडिसी की सेवा भी बंद कर दी गई। अब पर्यटन क्षेत्र अग्रणी स्थिति में आ गया है और इसलिए अब पर्यटन निगम डेक्कन ओडिसी की सेवा फिर से शुरू करने के लिए तैयार है और 21 सितंबर 2023 से डेक्कन ओडिसी ट्रेन नियुक्त ऑपरेटर द्वारा पर्यटकों की सेवा के लिए फिर से शुरू की जा रही है। महाराष्ट्र के अलावा, इन पुनर्निर्मित डेक्कन ओडिसी पर्यटन में देश के अन्य राज्यों के पर्यटन स्थल शामिल हैं।
वर्ष 2023-24 के लिए यात्राओं का आयोजन इस प्रकार है
महाराष्ट्र वैभव : मुंबई (सीएसएमटी) - नासिक रोड - औरंगाबाद - पचोरा - कोल्हापुर - मडगांव (गोवा) - सावंतवाड़ी।
भारतीय सोजन : मुंबई (सीएसएमटी) - वडोदरा - उदयपुर - जोधपुर - जयपुर - आगरा - सवाई माधोपुर - नई दिल्ली।
इंडियन ओडिसी : - नई दिल्ली - सवाईमाधोपुर - आगरा - जयपुर - उदयपुर - वडोदरा - मुंबई सीएसएमटी।
हेरिटेज ओडिसी : दिल्ली - आगरा - सवाई माधोपुर - उदयपुर - जोधपुर, जैसलमेर - जयपुर - नई दिल्ली।
सांस्कृतिक ओडिसी : दिल्ली - समवईमाधोपुर - आगरा - जयपुर - आगरा - ग्वालियर झाँसी - खजुराहो - वाराणसी - नई दिल्ली।
महाराष्ट्र वाइल्ड ट्रेन : मुंबई (सीएसएमटी) - छत्रपति संभाजी नगर - रामटेक - वरोरा - पचोरा - नासिक रोड - मुंबई (सीएसएमटी)।
दार्जिलिंग मेल : मुंबई (सीएसएमटी) - वडोदरा - उदयपुर - सवाई माधोपुर - जयपुर - आगरा - बनारस - सिलीगुड़ी।
दार्जिलिंग मेल वापसी : सिलीगुड़ी - बनारस - आगरा - सवाई माधोपुर - जयपुर - उदयपुर - वडोदरा - मुंबई (सीएसएमटी)।
डेक्कन ओडिसी ट्रेन विभिन्न पुरस्कारों की प्राप्तकर्ता है
2014 विश्व यात्रा पुरस्कार एशिया का अग्रणी लक्जरी ट्रेन पुरस्कार, 2015 उत्तर भारत यात्रा पुरस्कार भारत का सर्वश्रेष्ठ लक्जरी ट्रेन पुरस्कार, 2015 विश्व यात्रा पुरस्कार - एशिया का अग्रणी लक्जरी ट्रेन पुरस्कार, 2016 विश्व यात्रा पुरस्कार - एशिया का अग्रणी लक्जरी ट्रेन पुरस्कार, 2016 टीटीजे जूरी चॉइस पुरस्कार - उत्कृष्टता इनोवेशन अवार्ड, 2017 वर्ल्ड ट्रैवल अवार्ड्स - एशिया की अग्रणी लक्जरी ट्रेन अवार्ड, 2017 लोनली प्लैनेट ट्रैवल एंड लाइफस्टाइल अवार्ड - सर्वश्रेष्ठ यात्री अनुभव पुरस्कार।
इस नई ट्रेन में सुविधाएं
डेक्कन ओडिसी पर्यटकों को दर्शनीय स्थलों की यात्रा के दौरान महाराष्ट्र की गौरवशाली परंपरा के अनुरूप एक शाही यात्रा अनुभव देने के लिए इंटरकॉम, संगीत प्रणाली, उच्च गुणवत्ता वाले फर्नीचर, एयर कंडीशनिंग प्रणाली से सुसज्जित है। इस ट्रेन में कुल 21 कोच हैं और 10 कारों में 4 डीलक्स केबिन हैं। अन्य दो यात्री कारों में प्रत्येक में 2 प्रेसिडेंशियल सूट्स हैं। शेष 9 कोचों में से 1 कोच कॉन्फ्रेंस हाउस है, 2 कोच डाइनिंग रूम हैं, 1 कोच हेल्थ स्पा है, 1 कोच बार है, 2 कोच स्टाफ क्वार्टर हैं और शेष 02 कोच ऐसी सुविधाओं से सुसज्जित हैं, जनरेटर कारों और भंडारगृहों के रूप में कोच। इस ट्रेन को एक आलीशान ट्रेन से ज्यादा ‘फाइव-स्टार होटल ऑन व्हील्स’ जैसा बनाने के लिए ट्रेन में कई तरह की सुविधाएं दी गई हैं।
यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए प्रत्येक कोच अग्नि सुरक्षा उपकरण से सुसज्जित है। पैंट्री कारों में एलपीजी गैस की जगह इंडक्शन लगाया जाता है। इनडोर एसी इफेक्ट को अच्छा रखने के लिए साल 2018 में छत पर पेंट कोट दिया गया है। वर्ष 2017-18 में पुरानी पारंपरिक ट्रॉलियों को नई शैली की एयर सस्पेंशन ट्रॉलियों से बदल दिया गया है। पुरानी ट्रॉलियों में गाड़ियां चलती कार में काफी धक्का लगाती थीं, लेकिन नई एयर सस्पेंशन ट्रॉलियों के साथ यह काफी आरामदायक है। सभी कोचों के गैंगवे बदल दिए गए हैं ताकि एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में जाने में सुविधा हो। सभी कोचों की फर्श बदल दी गई है। साथ ही झिल्लियों को एक विशेष प्रकार के रसायन से उपचारित किया गया है। सभी डिब्बे के शौचालयों में बायो-टैंक लगाए गए हैं। प्रासंगिक डिज़ाइन को रेलवे के अनुसंधान डिजाइन और मानक संस्थान, लखनऊ द्वारा प्रमाणित किया गया है।

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