· नाशिक महापालिका का ‘क्लीन गोदावरी बॉन्ड’ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध
· गोदावरी की स्वच्छता के लिए नागरिकों और निवेशकों की भागीदारी आवश्यक
मुंबई, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि दक्षिण की गंगा कही जाने वाली गोदावरी नदी की स्वच्छता के लिए नागरिकों और निवेशकों द्वारा दिखाया गया उत्साह अत्यंत सराहनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकास भी, विरासत भी” संदेश को मार्गदर्शक मानते हुए कुंभ मेले की पवित्रता को बनाए रखते हुए विकास तथा ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा।
मुंबई स्थित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में मुख्यमंत्री फडणवीस के हस्ते नाशिक महानगरपालिका का ‘क्लीन गोदावरी बॉन्ड’ औपचारिक रूप से सूचीबद्ध किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य सचिव राजेश अग्रवाल, नगर विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. के.एच. गोविंदराज, NSE के प्रबंध निदेशक आशीष चौहान, ‘मित्रा’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीण परदेशी, विभागीय आयुक्त प्रवीण गेडाम, कुंभ मेला आयुक्त शेखर सिंह और नाशिक की आयुक्त मनीषा खत्री उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि कुंभ मेले की तैयारी को ध्यान में रखते हुए नाशिक में बड़े पैमाने पर विकास कार्य चल रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा नगर विकास विभाग के माध्यम से अनेक आवश्यक बुनियादी ढांचा परियोजनाएँ कार्यान्वित की जा रही हैं। कुंभ मेले की पवित्रता बनाए रखते हुए विकास को आगे बढ़ाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के नवाचारपूर्ण विचारों और वित्तीय दृष्टिकोण के आधार पर कई योजनाएँ तैयार की गई हैं और उनका क्रियान्वयन जारी है।
उन्होंने कहा कि नाशिक महानगरपालिका क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे के विस्तार में महापालिका महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। नाशिक में व्यापक विकास की संभावनाओं के साथ-साथ जीवनदायिनी गोदावरी नदी की स्वच्छता और ऐतिहासिक धरोहर संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है।
खुले बाजार में नाशिक महापालिका को निवेशकों का अत्यधिक प्रतिसाद
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि इससे पहले पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ महापालिकाओं ने भी खुले वित्तीय बाजार से बॉन्ड जारी कर निधि जुटाई है। नाशिक के ‘क्लीन गोदावरी बॉन्ड’ को मिला चौगुना सब्सक्रिप्शन स्थानीय स्वशासन संस्थाओं की आर्थिक क्षमता, रेटिंग और पारदर्शी प्रक्रियाओं का प्रमाण है।
उन्होंने बताया कि राज्य की 15 महापालिकाओं में ऐसी क्षमता है और पात्रता व नियामक शर्तें पूरी करने पर वे भी विकास के लिए इसी तरह बॉन्ड के माध्यम से निधि जुटा सकती हैं।
खुले बाजार से जुटाई गई निधि के आधार पर केंद्र सरकार से मिलने वाले बुनियादी ढांचा फंड का मार्ग भी सुगम हुआ है। साथ ही ‘NSE’ प्रक्रिया के अंतर्गत 26 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन निधि उपलब्ध होगा, जिससे महापालिका का ब्याजभार लगभग शून्य तक आ सकता है।
ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियाँ भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होंगी
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों की क्षमता बढ़ाने के लिए NSE के माध्यम से बड़े पैमाने पर पूंजी उपलब्ध होगी।
पहले चरण में महापारेषण (MSETCL), उसके बाद महावितरण और महानिर्मिती — देश की तीन प्रमुख विद्युत कंपनियों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में NSE का अनुभव अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
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