क्रांति शेतकरी संगठन के अध्यक्ष अमोल तुपे की लड़ाई रही सफल : सरकार ने भूमिगत मार्ग को 6 मीटर से 30 मीटर तक बढ़ाने को दी मंज़ूरी
हड़पसर, दिसंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)हड़पसर परिसर में बढ़ती आबादी, बढ़ते ट्रैफिक जाम और भविष्य में होनेवाले बड़े पैमाने पर विकास कार्य को देखते हुए पहले यहां एक भूमिगत मार्ग की आवश्यकता महसूस हो रही थी। पुणे निगम के साडेसतरानली, अमनोरा पार्क टाउनशिप और आस-पास के परिसर में भविष्य में ट्रैफिक जाम से बचने के लिए भूमिगत मार्ग का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए। यह मांग पुणे निगम से स्थानीय किसान और क्रांति शेतकरी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष अमोल नाना यशवंत तुपे ने मांग की थी।
किसानों और अमोल तुपे ने इस मांग को लेकर ज़ोरदार आंदोलन किया था। सर्वे नंबर 189 में जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा किए जा रहे ज़मीन अधिग्रहण प्रक्रिया में कई गलतियाँ रहने पर उसे निर्दशन में लाकर यह प्रक्रिया रोकी गई थी।
स्थानीय नागरिकों ने सरकार द्वारा प्रस्तावित 6 मीटर भूमिगत मार्ग के मूल प्रस्तावित 6 मीटर पर कड़ी आपत्ति जताई। बढ़ती जनसंख्या और बढ़ते विकास के कारण भविष्य में यह दायरा पूरी तरह से अपर्याप्त होनेवाला था, इसलिए स्थानीय किसानों, गांववालों और अमोल तुपे ने पेड़ पर चढ़कर साहसिक आंदोलन किया था। इस आंदोलन ने प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया।
इस संबंध में रेल प्रशासन के पास भी अमोल तुपे ने लगातार अनुवर्ती जारी रखी थी। आंदोलन का संज्ञान लेते हुए सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया और नए तैयार विकास योजना में (डेवलपमेंट प्लान) में भूमिगत मार्ग की चौड़ाई 6 मीटर से बढ़ाकर 30 मीटर करने की मंजूरी दे दी। परिसर के किसानों, नागरिकों एवं गांववालों ने सरकार के इस फैसले पर खुशी जताई है।
इस निर्णय के संबंध में बोलते हुए अमोल नाना यशवंत तुपे ने कहा, भविष्य में साडेसतरानली, अमनोरा पार्क और आस-पास के परिसर में बड़ा डेवलपमेंट होगा। यहां रहनेवालों की संख्या बढ़ेगी, ट्रैफिक बहुत बढ़ेगा, इसलिए हमने सरकार से भूमिगत मार्ग का दायरा बढ़ाने की मांग की थी। हम राज्य सरकार को इस मांग को स्वीकार करने व नए डीपी में 30-मीटर के भूमिगत मार्ग को मंज़ूरी देने के लिए धन्यवाद देते हैं। इस ़फैसले से साडेसतरानली, अमनोरा पार्क टाऊनशिप, केशवनगर, मांजरी और आस-पास के परिसर में ट्रैफ़िक जाम की समस्या को भविष्य में ट्रैफिक जाम से बचने में बहुत मदद मिलेगी और परिसर के विकास को दिशा मिलेगी।

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