भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आई आई टी दिल्ली के शोधकर्ताओं ने एक ऐसे उपकरण को तैयार किया है जिससे इंसान के आंतो में मौजूद सूक्ष्म जीवाणुओं या गट माइक्रोबायोम के बारे में बिना सर्जरी के पता लगाया जा सकता है। आकाशवाणी से विशेष बातचीत में इस अनुसंधान के प्रमुख अन्वेषक प्रोफेसर सर्वेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस उपकरण को निगलने के बाद यह सीधा छोटी आंत में जाकर बैक्टीरिया के नमूने इकट्ठा करता है। उन्होंने बताया कि सभी बैक्टीरिया नुकसानदायक नहीं होते तथा इंसान के शरीर की लगभग आधी कोशिकाएं सूक्ष्म जीव होती हैं।
उन्होंने बताया कि ये जीव आंत में रहते हैं और खाना पचाने, स्वभाव को प्रभावित करने और प्रतिरोधक क्षमता को बनाने में मदद करते हैं। हालांकि अब तक इनका अध्ययन करना मुश्किल रहा है। प्रोफेसर श्रीवास्तव ने बताया कि इस तरह का शोध भारत में बहुत कम हुआ है और इससे मिले आंकड़ों से भविष्य की स्वास्थ्य प्रणाली तथा अन्य अनुसंधान में लाभ मिलेगा।
इस अनुसंधान को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद-आई.सी.एम.आर की सहायाता से किया गया है।

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