हड़पसर, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क)
समाज के निर्माण में गुरुजनों की प्रमुख भूमिका होती है। शिक्षा के क्षेत्र में अन्य कई काम कर रहे हैं, उन्हें ढूंढने की जरूरत है। भारतीय संस्कृति में माता-पिता और गुरुजनों को सम्माननीय स्थान प्राप्त है। यह विचार मोहम्मदवाडी आधार वरिष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष बालासाहब घुले ने व्यक्त किए।
शिक्षक दिवस के अवसर पर मोहम्मदवाडी स्थित डॉ. दादा गुजर बाल विहार, प्राथमिक, माध्यमिक, अंग्रेजी माध्यम स्कूल और बधिर स्कूल के शिक्षक और वरिष्ठ पत्रकार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में एक आदर्श शिक्षक अशोक तुकाराम बालगुड़े का बालासाहब घुले ने शॉल, श्रीफल और गुलाब का फूल भेंट कर विशेष सम्मान किया, तब वे बोल रहे थे। यहां संस्था के सह सचिव अरुण गुजर, समन्वयक भगवान चौधरी सहित शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। इस अवसर पर संस्था के सह सचिव अरुण गुजर, प्राचार्य डी. एम.पाटिल एवं पर्यवेक्षक सीमा बेल्हेकर ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक शुभांगी गोरे और सूत्र-संचालन शिक्षिका मीनल ने किया।
समाज के निर्माण में गुरुजनों की प्रमुख भूमिका होती है। शिक्षा के क्षेत्र में अन्य कई काम कर रहे हैं, उन्हें ढूंढने की जरूरत है। भारतीय संस्कृति में माता-पिता और गुरुजनों को सम्माननीय स्थान प्राप्त है। यह विचार मोहम्मदवाडी आधार वरिष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष बालासाहब घुले ने व्यक्त किए।
शिक्षक दिवस के अवसर पर मोहम्मदवाडी स्थित डॉ. दादा गुजर बाल विहार, प्राथमिक, माध्यमिक, अंग्रेजी माध्यम स्कूल और बधिर स्कूल के शिक्षक और वरिष्ठ पत्रकार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में एक आदर्श शिक्षक अशोक तुकाराम बालगुड़े का बालासाहब घुले ने शॉल, श्रीफल और गुलाब का फूल भेंट कर विशेष सम्मान किया, तब वे बोल रहे थे। यहां संस्था के सह सचिव अरुण गुजर, समन्वयक भगवान चौधरी सहित शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। इस अवसर पर संस्था के सह सचिव अरुण गुजर, प्राचार्य डी. एम.पाटिल एवं पर्यवेक्षक सीमा बेल्हेकर ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक शुभांगी गोरे और सूत्र-संचालन शिक्षिका मीनल ने किया।

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