मुंबई, सितंबर (महासंवाद)
लोनावला में टाइगर पॉईंट और लायंस पॉईंट पर पर्यटन विकास और प्रकृति पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ग्लास स्काईवॉक के निर्माण के लिए पर्यटन विभाग को एक विस्तृत परियोजना योजना तैयार करनी चाहिए। इस पर्यटन परियोजना के लिए निधि उपलब्ध कराई जाएगी। यह निर्देश उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दिये।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सह्याद्री राज्य अतिथीगृह में पुणे जिले के लोनावला और मावल क्षेत्र में पर्यटन विकास पर आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में नियोजन विभाग के विधायक सुनील शेलके, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव नितिन करीर, नियोजन विभाग के प्रधान सचिव सौरभ विजय, वन विभाग के प्रधान सचिव बी. गोपाल रेड्डी, पुणे प्रादेशिक मुख्य वन संरक्षक एन. आर. प्रवीण और टेलीविजन प्रणाली के माध्यम से विभागीय आयुक्त सौरभ राव, पुणे महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल रंजन महिवाल, जिलाधिकारी डॉ.राजेश देशमुख, जिला नियोजन अधिकारी किरण इंदलकर आदि उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री पवार ने कहा कि लोनावला क्षेत्र की प्राकृतिक संपदा को देखते हुए पर्यटक यहां बड़ी संख्या में आते हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए, जिसमें बच्चों के लिए साहसिक खेल और अन्य सुविधाएं शामिल हों। योजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि वह प्रकृति के अनुकूल हो और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाए।
योजना तैयार करने के लिए पर्यटन विभाग के माध्यम से तत्काल नियोजन किया जाए। इस क्षेत्र में हवा की गति तेज़ है, इसलिए योजना तैयार करते समय पर्यटकों की सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा करना को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। पर्यटकों के लिए फुटपाथ बनाते समय कांक्रीट के स्थान पर पत्थरों का प्रयोग किया जाना चाहिए। पर्यटक आसपास की प्रकृति का आनंद ले सकें इस प्रकार रचना की जानी चाहिए। योजना में पार्किंग स्थल के साथ-साथ क्षेत्र में पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधाएं भी शामिल होनी चाहिए। यह निर्देश भी उन्होंने दिए।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपने 2022 के बजट भाषण में लोनावला में पर्यटन सुविधाओं के निर्माण की घोषणा की थी। लोनावला में पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं। यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टाइगर पॉइंट और लायंस पॉइंट पर ग्लास स्काईवॉक प्रस्तावित है। परियोजना 4.84 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाई जाएगी और इसमे ज़िप लाइनिंग जैसे साहसिक खेल, फूड पार्क, एम्फीथिएटर, ओपन जिम और विभिन्न गेम्स जैसी कई सुविधाएं होंगी। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इस परियोजना के लिए करीब 100 करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है। यह जानकारी इस समय दी गई।
कुसूर पठारपर विश्व पर्यटन केंद्र को जिला योजना में शामिल करें
उपमुख्यमंत्री श्री पवार की उपस्थिति में मावल तालुका के कुसूर (कुसवली) पठार पर विश्व पर्यटन केंद्र बनाने के संबंध में समीक्षा बैठक हुई। मावल से नवी पनवेल और मुंबई कुछ ही दूरी पर हैं, इसलिए इस क्षेत्र में पर्यटन विकास की अच्छी संभावना है। यह क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से भी समृद्ध है, इसलिए यहां विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने के लिए इस परियोजना को जिला विकास योजना में शामिल किया जाना चाहिए। शासन के माध्यम से निधि उपलब्ध करायी जायेगी। योजना तैयार करने के लिए आवश्यक जानकारी एकत्र की जानी चाहिए, इसे लेकर जल्द ही पुणे में बैठक होगी।
बैठक में पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती राधिका रस्तोगी, पर्यटन संचालक बी.एन. पाटिल, पुणे जिला मध्यवर्ती बैंक के संचालक ज्ञानेश्वर दाभाडे उपस्थित थे।
कुसवली पठार समुद्र तल से 3000 मीटर ऊपर है और इसका क्षेत्रफल लगभग 1 हजार 200 एकड़ एकड़ है। क्षेत्र के एक तरफ ठोकलवाड़ी और दूसरी तरफ वडीवले और शिरोता बांध हैं। पठार के अंत में पश्चिमी घाट है।
लोनावला में टाइगर पॉईंट और लायंस पॉईंट पर पर्यटन विकास और प्रकृति पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ग्लास स्काईवॉक के निर्माण के लिए पर्यटन विभाग को एक विस्तृत परियोजना योजना तैयार करनी चाहिए। इस पर्यटन परियोजना के लिए निधि उपलब्ध कराई जाएगी। यह निर्देश उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दिये।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सह्याद्री राज्य अतिथीगृह में पुणे जिले के लोनावला और मावल क्षेत्र में पर्यटन विकास पर आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में नियोजन विभाग के विधायक सुनील शेलके, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव नितिन करीर, नियोजन विभाग के प्रधान सचिव सौरभ विजय, वन विभाग के प्रधान सचिव बी. गोपाल रेड्डी, पुणे प्रादेशिक मुख्य वन संरक्षक एन. आर. प्रवीण और टेलीविजन प्रणाली के माध्यम से विभागीय आयुक्त सौरभ राव, पुणे महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल रंजन महिवाल, जिलाधिकारी डॉ.राजेश देशमुख, जिला नियोजन अधिकारी किरण इंदलकर आदि उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री पवार ने कहा कि लोनावला क्षेत्र की प्राकृतिक संपदा को देखते हुए पर्यटक यहां बड़ी संख्या में आते हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए, जिसमें बच्चों के लिए साहसिक खेल और अन्य सुविधाएं शामिल हों। योजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि वह प्रकृति के अनुकूल हो और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाए।
योजना तैयार करने के लिए पर्यटन विभाग के माध्यम से तत्काल नियोजन किया जाए। इस क्षेत्र में हवा की गति तेज़ है, इसलिए योजना तैयार करते समय पर्यटकों की सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा करना को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। पर्यटकों के लिए फुटपाथ बनाते समय कांक्रीट के स्थान पर पत्थरों का प्रयोग किया जाना चाहिए। पर्यटक आसपास की प्रकृति का आनंद ले सकें इस प्रकार रचना की जानी चाहिए। योजना में पार्किंग स्थल के साथ-साथ क्षेत्र में पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधाएं भी शामिल होनी चाहिए। यह निर्देश भी उन्होंने दिए।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपने 2022 के बजट भाषण में लोनावला में पर्यटन सुविधाओं के निर्माण की घोषणा की थी। लोनावला में पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं। यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टाइगर पॉइंट और लायंस पॉइंट पर ग्लास स्काईवॉक प्रस्तावित है। परियोजना 4.84 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाई जाएगी और इसमे ज़िप लाइनिंग जैसे साहसिक खेल, फूड पार्क, एम्फीथिएटर, ओपन जिम और विभिन्न गेम्स जैसी कई सुविधाएं होंगी। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इस परियोजना के लिए करीब 100 करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है। यह जानकारी इस समय दी गई।
कुसूर पठारपर विश्व पर्यटन केंद्र को जिला योजना में शामिल करें
उपमुख्यमंत्री श्री पवार की उपस्थिति में मावल तालुका के कुसूर (कुसवली) पठार पर विश्व पर्यटन केंद्र बनाने के संबंध में समीक्षा बैठक हुई। मावल से नवी पनवेल और मुंबई कुछ ही दूरी पर हैं, इसलिए इस क्षेत्र में पर्यटन विकास की अच्छी संभावना है। यह क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से भी समृद्ध है, इसलिए यहां विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने के लिए इस परियोजना को जिला विकास योजना में शामिल किया जाना चाहिए। शासन के माध्यम से निधि उपलब्ध करायी जायेगी। योजना तैयार करने के लिए आवश्यक जानकारी एकत्र की जानी चाहिए, इसे लेकर जल्द ही पुणे में बैठक होगी।
बैठक में पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती राधिका रस्तोगी, पर्यटन संचालक बी.एन. पाटिल, पुणे जिला मध्यवर्ती बैंक के संचालक ज्ञानेश्वर दाभाडे उपस्थित थे।
कुसवली पठार समुद्र तल से 3000 मीटर ऊपर है और इसका क्षेत्रफल लगभग 1 हजार 200 एकड़ एकड़ है। क्षेत्र के एक तरफ ठोकलवाड़ी और दूसरी तरफ वडीवले और शिरोता बांध हैं। पठार के अंत में पश्चिमी घाट है।

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