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अण्णा भाऊ साठे सभागार में वारली चित्रकला शिविर : क्षेत्रीय संस्कृति महोत्सव आज से प्रारंभ

पुणे, सितंबर (जिमाका)
लोकशाहीर अण्णा भाऊ साठे स्मृति सभागृह बिबवेवाडी में शुक्रवार, 22 सितंबर से तीन दिवसीय क्षेत्रीय संस्कृति उत्सव शुरू होगा। यह महोत्सव भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय, पश्चिमी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर और दक्षिण मध्य क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के सहयोग से आयोजित किया गया है।
भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण, प्रचार और लोकप्रियता यह तीन दिवसीय महोत्सव का उद्देश्य है। अण्णा भाऊ साठे सभागृह में गुरुवार को वारली चित्रकला शिविर का प्रारम्भ हुआ। शिविर का उद्घाटन पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता और दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक प्रोफेसर सुरेश शर्मा ने किया।
शिविर में महाराष्ट्र के पालघर जिले के 23 वारली कलाकार वारली पेंटिंग का प्रदर्शन करेंगे। यह पेंटिंग वारली समाज के जन्म से लेकर मृत्यु तक की सभी घटनाओं को दर्शाती है। जिसमें विवाह, दिवाली, होली, नृत्य, पेड़-पौधे, सृष्टि की उत्पत्ति, महादेव-गौरी की कहानी को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। लाल मिट्टी, गोबर और चावल के आटे से वारली पेंटिंग बनाई जाती हैं।
पश्चिम क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने कहा कि महोत्सव के पहले दिन पुणे के 50 स्थानीय प्रतियोगियों को गोंड, वारली और मांडना कला के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा पारंपरिक कला कार्यशाला में प्रशिक्षित किया जाएगा। आज शुक्रवार, 22 सितंबर की शाम 5:30 बजे उद्घाटन समारोह होगा। शाम को देश की मशहूर कलाकार पार्वती दत्ता का दल ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेगा। शाम को देश के विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों द्वारा उत्कृष्ट लोक नृत्य प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
महोत्सव की अवधि के दौरान सुबह 11 बजे से रात 8.30 बजे तक हस्तकला, हस्तशिल्प और पारंपरिक खाद्य मेलों का आयोजन किया गया है। शनिवार 23 सितंबर को शाम 5.30 बजे से रात 9 बजे तक लोक नृत्य कार्यक्रम, वडोदरा के एमएस यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा कथक नृत्य प्रदर्शन, मधुरा दातार द्वारा संगीत-गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
महोत्सव का समापन रविवार 24 सितंबर को महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस की उपस्थिति में होगा। इस दिन स्वरसंगम संस्कृति मंच नागपुर के कलाकारों द्वारा भरतनाट्यम प्रदर्शन, लोक नृत्य प्रदर्शन और साधना सरगम द्वारा संगीत कार्यक्रम होगा। नागरिकों को इस उत्सव में अवश्य आना चाहिए, यह अपील आयोजकों की ओर से की गई है।

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